निजीकरण व ओपीएस को लेकर प्रसारण वृत के कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन कार्य बहिष्कार
भीलवाड़ा -राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति ने पांचों निगमांे में अंधाधुंध निजीकरण व ओपीएस को लेकर माननीय मुख्यमंत्री महोदय व अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा विभाग को अधीक्षण अभियंता (टीओसी) के माध्यम से जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह राठौड़़ के नेतृत्व मंे प्रदर्शन कर ज्ञापन प्रेषित किये।
संयुक्त संघर्ष समिति के अरूण छीपा ने बताया कि प्रसारण निगम जो वर्षों से लाभ देने वाला संस्थान है, उसके बावजूद इसके ग्रिडो का संचालन कलस्टर के माध्यम से ठेके पर देकर करवाया जा रहा है। इस प्रकार प्रसारण को भी हानि का निगम बनाया जा रहा है।
संयुक्त संघर्ष समिति के शैलेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि पांचों विद्युत निगमों मंे कार्यरत कर्मचारियों को लगभग एक वर्ष पूर्व ओपीएस योजना का फॉर्म भरवाकर सदस्य बना दिया गया, परन्तु अभी तक सीपीएफ कटौती बंद कर जीपीएफ कटौती शुरू नहीं की गई।
संयुक्त संघर्ष समिति में शामिल संगठन को विद्युत के पांचों निगमों में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करते है, एक स्वर मंे आज दिनांक को कार्य बहिष्कार करते हुए ज्ञापन के माध्यम से मांग करते है कि वितरण, प्रसारण, उत्पादन निगमों से विभिन्न प्रक्रियाओं और मॉडल के माध्यम से किये जा रहे निजीकरण पर रोक लगाई जावें एवं नये कर्मचारियों की भर्ती की जावें।
प्रदर्शन के दौरान प्रहलाद राय, अतेन्द्र कुमार, अशोक कुमार, के. . शर्मा, श्रवण कुमार सोठा, रतन लाल, भूर सिंह, सुजीत कुमार राय, शांति देवी, विकास जोशी, प्रमोद कुमार, निवास मिश्रा, विनोद वासवानी, गौतम मीणा आदि उपस्थित थे।