सिंगोली चारभुजा में सुखवाल समाज की धर्मशाला का लोकार्पण समारोह आयोजित
आकोला( रमेश चंद्र डाड) एकता की भावना से किए गए कार्य से ही समाज और राष्ट्र उन्नति के पथ पर अग्रसर होता है। सामाजिक कुरीतियों को त्याग कर व्यर्थ के खर्चों पर अंकुश लगाना होगा।
यह विचार गुरुवार को सिंगोली में आयोजित अखिल भारतीय सुखवाल ऋषि श्रृंगी संस्थान की ओर से निर्मित सुखवाल समाज की धर्मशाला के लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि मांडलगढ़ विधायक गोपाल लाल खंडेलवाल ने प्रकट किए।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए मांडलगढ़ के पूर्व विधायक प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि एक वर्ष की अल्प अवधि में ही सुखवाल समाज ने संकल्पित भाव से कार्य करते हुए धर्मशाला का निर्माण कर लिया यह अनुकरणीय है। सुखवाल समाज को मृत्यु भोज जैसी कुरीति को त्याग करते हुए बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए। सुखवाल समाज की एकता से किए गए कार्य प्रशंसनीय है।
समारोह के विशिष्ठ अतिथि मांडलगढ़ के प्रधान जितेन्द्र कुमार मूंदड़ा , वरिष्ठ नेता गोवर्धन वैष्णव , पवन कुमार मीणा , प्रभु लाल सोमानी रहे।
इस अवसर पर सूठेपा 72 गांव आम चोखला सुखवाल समाज के अध्यक्ष दिनेश कुमार पंडिया , वरिष्ठ नेता समाज सेवी सत्य नारायण उपाध्याय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए समाज की गतिविधियों की जानकारी दी। वक्ताओं ने सिंगोली चारभुजा के मन्दिर को देवस्थान विभाग के अध्यक्ष अधिग्रहण से मुक्त करवाने की पुरजोर मांग विधायक खंडेलवाल से करते हुए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा से मिलकर समस्या के समाधान करवाने का आग्रह किया।
अखिल भारतीय सुखवाल समाज ऋषि श्रृंगी संस्थान के सचिव रामपाल शर्मा ने बताया कि धर्मशाला के निर्माण पर 25 लाख रुपए व्यय हुए है। धर्मशाला के निर्माण का बकाया कार्य भी पूर्ण करवाएंगे।समारोह का संचालन उपाध्यक्ष कैलाश चन्द्र सुखवाल और राधेश्याम चंपावत ने संयुक्त रूप से किया।
इस अवसर पर समाज की बैठक में आगामी योजना पर भी विचार विमर्श किया गया। सुखवाल समाज की ओर से धर्मशाला के निर्माण में विशेष सहयोग के लिए पूर्व विधायक प्रदीप कुमार सिंह , विधायक गोपाल लाल खंडेलवाल , प्रधान जितेन्द्र कुमार मूंदड़ा ,सिंगोली सरपंच राकेश कुमार आर्य का आभार प्रकट किया। समारोह में भीलवाड़ा , चित्तौड़गढ़ तथा अन्य जिलों के सुखवाल समाज के सैकड़ों व्यक्ति मोजूद रहे।