ढ़ोलीखेड़ा में किसान दिवस का आयोजन

ढ़ोलीखेड़ा में किसान दिवस का आयोजन
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भीलवाड़ा BHN राज्यपाल द्वारा चयनित स्मार्ट विलेज ढ़ोलीखेड़ा में किसान दिवस का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा किया गया।

केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. सी. एम. यादव ने बताया कि राज्यपाल स्मार्ट विलेज कार्यक्रम के अन्तर्गत ढ़ोलीखेड़ा गाँव का चयन किया गया जिसमें कृषक हितार्थ अनेक गतिविधियाँ संचालित की जा रही है। इसी क्रम में किसान दिवस का आयोजन किया गया। डॉ. यादव ने बताया कि प्रतिवर्ष भारत के पाँचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयन्ति के अवसर पर किसान दिवस मनाया जाता है। भारत कृषि प्रधान देश है जिसकी अधिकांश आबादी खेती या कृषि से सम्बन्धित कार्यों पर निर्भर है। किसान दिवस देश के लिए किसानों के अमूल्य योगदान को बेहतर ढंग से समझने और सराहने का दिन है। डॉ. यादव ने किसानों को मृदा एवं मानव के उत्तम स्वास्थ्य और कम लागत में अधिक आमदनी प्राप्त करने के लिए प्राकृतिक खेती अपनाने पर जोर दिया साथ ही प्राकृतिक खेती के प्रमुख घटक बीजामृत, जीवामृत, घनजीवामृत एवं ब्रह्मास्त्र के बारे में चर्चा करते हुए इनको बनाने की तकनीकी जानकारी दी और खेती का बदलाव प्राकृतिक खेती की ओर करने की आवश्यकता जताई। कार्यक्रम में वर्षा जल संरक्षण के महत्त्व पर चर्चा हुए गाँव का पानी गाँव में और खेत का पानी खेत में की तकनीकी के साथ ही जल संरक्षण की तकनीकों के बारे में बताया। कार्यक्रम में राजस्थान के महामहिम राज्यपाल एवं माननीय कुलपति, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर की मंशानुसार स्मार्ट विलेज ढ़ोलीखेड़ा में प्राकृतिक खेती और वर्षा जल संरक्षण अपनाने पर बल दिया जायेगा। वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता संजय बिश्नोई ने वर्मीकम्पोस्ट और कम्पोस्ट बनाने की तकनीकी से अवगत करवाते हुए वर्मीकम्पोस्ट उत्पादन हेतु बेड का निर्माण और वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन की प्रक्रिया के बारे में बताया। कार्यक्रम में प्रगतिशील किसान बालू लाल जाट, मीठू सिंह, ज्ञान सिंह, सुमित्रा कंवर और पूजा कंवर के साथ 46 कृषक एवं कृषक महिलाओं की सहभागिता रही।

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