भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्रांत का संपर्क माह शुरू, होंगे विभिन्न कार्यक्रम

भीलवाड़ा । भारत विकास परिषद् राजस्थान मध्य प्रांत का संपर्क माह मंगलवार को शुरू हुआ। इस माह के तहत 15 में तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। रीजनल सम्पर्क संयोजक गोविंद प्रसाद सोडाणी ने बताया कि भारत विकास परिषद् के पांच कार्य सूत्रों में सम्पर्क सबसे प्रथम व महत्वपूर्ण है । सदस्यों व समाज के विशिष्ट जनों से सजीव व प्रभावी सम्पर्क परिषद् कार्य की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है । इसी क्रम में प्रान्तीय कार्यकारिणी ने इस वर्ष भी सम्पर्क माह आयोजित करने का निर्णय लिया है । संपर्क मा के अंतर्गत जोन वाइज सदस्यता सूची तैयार करना तथा जोन वाइज सम्पर्क टोली का गठन, प्रान्त स्तर पर सम्पर्क माह की मॉनिटरिंग प्रान्तीय संयोजक सम्पर्क व शाखा स्तर पर शाखा संयोजक सम्पर्क द्वारा की जायेगी, प्रान्त व शाखाओं के ग्रुप में सम्पर्क माह का व्यापक प्रचार प्रसार, सम्पर्क योजना तैयार करना, ताकि इस माह अवधि में शत प्रतिशत सदस्यों से सम्पर्क किया जा सके। शाखा सम्पर्क प्रमुखों के नाम व फोन नम्बर प्रान्तीय महासचिव/ प्रांतीय संयोजक सम्पर्क को शीघ्र भिजवायें ताकि उन्हें सम्पर्क ग्रुप में जोड़ा जा सके ।

सम्पर्क माह में किये जाने वाले कार्य - प्रतिदिन निर्धारित परिवारों से सम्पर्क हेतु समय का निर्धारण व सम्बन्धित परिवार को सूचित करना। सम्पर्क हेतु कम से कम दो सदस्यों की टोली सपत्नीक जाना अपेक्षित है । सम्पर्क के दौरान परिषद् से सम्बन्धित साहित्य साथ ले जायें तथा सदस्य को भेंट करें साथ ही सदस्यों की जिज्ञासा समाधान हेतु पूरी तैयारी के साथ अपडेट होकर जायें । सम्बन्धित परिवार के कुशलक्षेम, परिवार के सदस्यों की जानकारी सहित परिषद् कार्य के प्रभावी संचालन हेतु उनके सुझाव व अनुभव की जानकारी अवश्य प्राप्त करें । सदस्यों से प्राप्त सुझाव नोट करें तथा उन्हें आगामी कार्यकारिणी बैठक में प्रस्तुत करें । सम्पर्क टोली अपने साथ यथा सम्भव रसीद बुक ले जायें ताकि सदस्य द्वारा सदस्यता शुल्क जमा करवाने पर हाथोंहाथ रसीद जारी की जा सके । यदि सदस्य ने पूर्व में शुल्क जमा करवा दिया है तो उन्हें उसकी रसीद उपलब्ध करवायें । सदस्य को शाखा सदस्य सूची तथा कार्यकारिणी की सूची भी उपलब्ध करवायें ।प्रतिदिन सम्पर्क किये गये सदस्यों की सूचना प्रान्त के सम्पर्क ग्रुप में निर्धारित प्रपत्र में शेयर करें । इस अवधि में सभी सदस्यों का वार्षिक शुल्क प्राप्त करने तथा नये सदस्य जोड़ने का प्रयास करें । इस अवधि में परिषद् सदस्यों के साथ ही सम्पर्क सूची के विशिष्ट व्यक्तियों से भी समय निर्धारित कर सम्पर्क करना चाहिए , इस दौरान उन्हें परिषद् का साहित्य तथा परिषद् द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी देनी चाहिए । कुछ शाखाओं द्वारा इस अवधि से पूर्व भी सम्पर्क प्रारम्भ किया गया है, वे शाखाएं शेष रहे सदस्यों से सम्पर्क करें । सदस्यों के मोबाइल में बीवीपी मोबाइल एप डाउनलोड करवाना एवं उनका एप पर पंजीकरण करवाना यह काम अति महत्वपूर्ण है।

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