सीता नवमी कार्यक्रम आयोजित

भीलवाड़ा BHNअंसल सुशांत सिटी में सीता नवमी कार्यक्रम पंचमुखी बालाजी मंदिर परिसर में आयोजित किया गया विश्व हिंदू परिषद दुर्गा वाहिनी प्रांत छात्रा प्रमुख सीमा पारीक ने बताया बाल संस्कार केंद्र पर सीता नवमी कार्यक्रम आयोजित किया सीता नवमी इसलिए मनाई जाती है क्योंकि इस दिन माता सीता का जन्म हुआ था जो हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि है माता सीता को त्याग समर्पण और मर्यादा का प्रतीक माना जाता है और उनका जन्म उत्सव पूरे देश में उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है सीता नवमी जिसे जानकी जयंती के नाम से भी जाना जाता है हर साल वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है यह माना जाता है कि माता सीता का जन्म वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पुष्य नक्षत्र में हुआ था इसलिए यह दिन माता सीता के जन्म का उत्सव मनाने के लिए महत्वपूर्ण है इस दिन लोग माता सीता और भगवान राम की पूजा करते हैं और उनके गुणों का सम्मान करते हैं सीता नवमी का व्रत भी रखा जाता है जो महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है के अनुसार व्रत और पूजा के दौरान माता सीता के जीवन की कहानी और उनके मूल्यों को याद किया जाता है और उनके त्याग और समर्पण के लिए उन्हें सम्मानित किया जाता हैऔर अन्य धार्मिक के अनुसार सीता नवमी केवल माता सीता के जन्म का उत्सव नहीं है बल्कि एक ऐसी घटना है जो हमें उनके जीवन के मूल्यों और उनके द्वारा दिखाए गए आदर्शों पर विचार करने और उनसे प्रेरणा लेने का अवसर प्रदान करती है कार्यक्रम में बाल संस्कार केंद्र के बच्चो को नित्य तिलक करना व अपने माता-पिता के चरण स्पर्श करना हनुमान चालीसा का पाठ करना संकल्प दिलाया गया कार्यक्रम में मनीषा बसीटा कुंज प्रताप सिंह शिवि पारीक निधि यादव मानवी धोबी अनिशा बसीटा लवी सिंह पूजा आस्था पारीक नव्या पारीक अंजना लखारा हिमांशु तंबोली लड्डू जानवी वीरू काव्या शर्मा आदि उपस्थित रहे*