तीन दिवसीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए.आई.) पर सर्टिफिकेट कोर्स का शुभारंभ

भीलवाड़ा । दी इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) की भीलवाड़ा शाखा और एआई फॉर आईसीएआई समिति के संयुक्त तत्वावधान में चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के लिए आयोजित तीन दिवसीय “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर सर्टिफिकेट कोर्स” का शुक्रवार को पटेल नगर स्थित आईसीएआई भवन में शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि ब्राइट स्टाइल फैब्रिक के एम.डी. सीए एच. पी. अग्रवाल, और ओस्तवाल ग्रुप ऑफ़ इंडस्ट्रीज के एम.डी. सीए प्रवीण ओस्तवाल थे। साथ ही, सीए निर्भीक गांधी – आरसीएम, सीआईआरसी उपस्थित थे | शाखा अध्यक्ष सीए आलोक सोमानी ने बताया कि इस कोर्स का उद्देश्य सीए सदस्यों को आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित कर उन्हें डिजिटल युग की चुनौतियों के लिए तैयार करना है।
शाखा सचिव सीए अक्षय सोडाणी ने बताया कि पहले दिन के मुख्य वक्ता अहमदाबाद से पधारे श्री भाविन गोकलानी द्वारा किया गया, जिसमें AI की मूल अवधारणाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। सत्र में आर्टिफिशियल नैरो इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, और गहन शिक्षण जैसे विषयों को व्यावसायिक दृष्टिकोण से समझाया गया।
इसके अतिरिक्त, डिजिटल परिवर्तन के महत्व, डेटा की भूमिका और एआई आधारित निर्णय प्रणाली को सीए पेशे के साथ जोड़ते हुए विभिन्न उदाहरणों द्वारा स्पष्ट किया गया।
उपाध्यक्ष सीए दिनेश सुथार ने जानकारी दी कि शाखा द्वारा आयोजित कोर्स के दूसरे दिन, डॉ. सौरभ माहेश्वरी ने मशीन लर्निंग, वित्तीय डेटा विश्लेषण और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के माध्यम से धोखाधड़ी की पहचान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर व्याख्यान दिया। सत्र के दौरान डॉ. माहेश्वरी ने मशीन लर्निंग के सिद्धांतों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस प्रकार वित्तीय डेटा का विश्लेषण कर संभावित धोखाधड़ी का पता लगाया जा सकता है। उन्होंने डेटा सेट तैयार करने, पैटर्न पहचानने और विश्लेषण करने की तकनीकों पर विस्तार से चर्चा की। इसके साथ ही, उन्होंने मशीन लर्निंग के विभिन्न मॉडलों जैसे Supervised Learning, Unsupervised Learning और Reinforcement Learning का परिचय दिया। वित्तीय डेटा विश्लेषण के महत्व पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि आज के डिजिटल युग में डेटा पर प्रोसेसिंग और डेटा विज़ुअलाइज़ेशन के टूल्स का उपयोग आवश्यक हो गया है। सत्र के अंत में प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने एआई, मशीन लर्निंग और वित्तीय डेटा विश्लेषण से जुड़े प्रश्न पूछे डॉ. माहेश्वरी ने उनके प्रश्नों का समाधान करते हुए एआई के क्षेत्र में करियर अवसरों पर भी चर्चा की।