विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत् किसानों ने सीखी नई तकनीक

विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत् किसानों ने सीखी नई तकनीक
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भीलवाड़ा । कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि विभाग, उद्यान विभाग एवं इफको के संयुक्त तत्त्वावधान में भीलवाड़ा जिले में विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत् सुवाणा, कोटड़ी, माण्ड़ल, माण्ड़लगढ़, बिजौलिया, रायपुर एवं सहाड़ा ब्लॉक के 45 गाँवों में किसान गोष्ठी, जागरूकता कार्यक्रम एवं कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र भीलवाड़ा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. सी. एम. यादव ने बताया कि 29 मई से 12 जून तक चले इस अभियान में कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि अधिकारियों द्वारा किसानों से सीधा संवाद कर आधुनिक खेती को बढ़ावा देने, उत्पादन लागत कम करने, प्राकृतिक खेती अपनाने, कृषि में ड्रॉन का उपयोग, उन्नत कृषि यन्त्रों का उपयोग, कृषक उत्पादक संगठन का गठन और कार्यप्रणाली, उन्नत पशुपालन, पशुओं के प्रमुख रोग एवं रोगोपचार, डेयरी पशुओं में आवास एवं आहार प्रबन्धन, गाय एवं बकरियों की प्रमुख नस्लें एवं नस्ल सुधार, प्रतापधन मुर्गीपालन, वर्मीकम्पोस्ट उत्पादन, अजोला उत्पादन, हाईड्रोपॉनिक एवं नेपियर घास उत्पादन द्वारा वर्ष भर हरे चारे की उपलब्धता, कस्टम हायरिंग सेन्टर, वर्षा जल संचयन, नर्सरी प्रबन्धन, मातृवृक्ष बगीचे का रेखांकन, बेमौसम सब्जी उत्पादन, मशरूम उत्पादन, मक्का फसल का मूल्य संवर्धन, दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादों का मूल्य संवर्धन, श्री अन्न उत्पादन, उन्नत बीज एवं बीजोपचार, खरपतवार प्रबन्धन, सिंचाई प्रबन्धन, सुरक्षित अनाज भण्ड़ारण एवं विपणन, खाद एवं उर्वरकों का सन्तुलित उपयोग, मृदा संरक्षण, मृदा स्वास्थ्य कार्ड की उपयोगिता एवं महत्त्व, मिट्टी की जाँच हेतु नमूने लेना, पौध संरक्षण, पौधों के प्रमुख कीट एवं उनकी रोकथाम, नेनो यूरिया एवं नेनो डीएपी आदि पर जोर दिया गया। डॉ. यादव ने बताया कि यह अभियान कृषि एवं किसान कल्याण मन्त्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित एक राष्ट्रव्यापी अभियान है जिससे किसान सशक्त एवं समृद्ध होगा। डॉ. यादव ने बताया कि अभियान के दौरान किसानों को महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित पत्रिका, कृषि कलैण्डर एवं अन्य कृषि उपयोगी साहित्य का वितरण किया गया। डॉ. यादव ने किसानों को आह्वान किया कि कृषि विज्ञान केन्द्र के निरन्तर सम्पर्क में रहकर कृषि की नवीनतम तकनीकों का खेती में समावेश करें। किसानों को केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभागीय योजनाओं एवं अनुदान के बारे में जानकारी देकर अधिक से अधिक संख्या में लाभ लेने पर बल दिया गया। अभियान के अन्तिम दिन गुरूवार को सहाडा पंचायत समिति के गाँव आमली, शिवरति एवं महेन्द्रगढ़ में किसान गोष्ठी एवं जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें तकनीकी सहायक अनिता यादव ने रासायनिक खेती के मान एवं मृदा स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में बताते हुए मृदा स्वास्थ्य कार्ड की सिफारिशों के अनुसार खेती करने और प्राकृतिक खेती अपनाने की आवश्यकता जताई। सहायक कृषि अधिकारी कालूराम जाट ने पीएम फसल बीमा योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम प्रणाम योजना एवं किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में बताया। कृषि पर्यवेक्षक रतन कुमारी जीनगर, चन्दा जीनगर एवं ज्योति सोनी ने किसानों को कृषि प्रसार गतिविधियों में भाग लेने का आह्वान किया। शिवरति के सरपंच भैरू लाल गाडरी ने सभी का आभार जताया। वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता संजय बिश्नोई ने किसानों का पंजीयन कर प्रतिक्रिया प्राप्त की। विकसित कृषि संकल्प अभियान में जिले के 12000 कृषक एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया।

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