सिंचाई विभाग की लापरवाही से गांधी कॉलोनी व आसपास के क्षेत्र में गहराया जलभराव संकट

मांडल (सोनिया): सिंचाई विभाग की अनदेखी और अधूरे निर्माण कार्यों के चलते मांडल कस्बे में एक बार फिर जलभराव की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। विभागीय कागजों में जहां नाले का निर्माण रेखांकित किया गया था, वहीं धरातल पर आज भी पानी फैला हुआ है। मांडल तालाब की रपट से लेकर सल्जर प्रोसेस हाउस तक प्रस्तावित नाले का निर्माण अधर में लटका हुआ है, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गांधी कॉलोनी सहित आसपास की निजी कॉलोनियों के पास पड़ी सरकारी भूमि पर अवैध कब्जों ने जलनिकासी के मार्ग को पूरी तरह रोक दिया है। वहीं डीपीईपी के पीछे बनी अव्यवस्थित कॉलोनियों ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। बारिश के चलते क्षेत्र दरिया में तब्दील हो गया है और मकान डूब क्षेत्र में आ गए हैं।
स्थानीय निवासी दो से तीन फीट भरे पानी के बीच से गुजरने को मजबूर हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को आवाजाही में भारी दिक्कतें हो रही हैं। क्षेत्रवासियों की शिकायत पर ग्राम पंचायत प्रशासन के अधिकारी, सचिव कजोड़ मल गुर्जर, कर्मचारी भागचंद जाट और ओम सारस्वत मौके पर पहुंचे, लेकिन समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका।
ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रस्तावित नाले का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू कर निकासी व्यवस्था सुधारी जाए, ताकि उन्हें इस जलभराव की त्रासदी से राहत मिल सके। अब देखना यह है कि विभाग और प्रशासन कब तक इस गंभीर समस्या को संज्ञान में लेकर ठोस कार्रवाई करता है। यू
