जनरल इंश्योरेंस कर्मचारियों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल से बीमा सेवाएं प्रभावित

भीलवाड़ा -जनरल इंश्योरेंस एम्प्लॉइज़ एसोसिएशन के आव्हान पर आज, सार्वजनिक क्षेत्र की जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के कर्मचारी और अधिकारी एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर रहे। इस हड़ताल के कारण देशभर में सामान्य बीमा सेवाएं बाधित हुईं, जिससे आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ा और सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ।
हड़ताल के प्रमुख मुद्दे - (1) कर्मचारियों में वेतन संशोधन में हो रही अत्यधिक देरी को लेकर गहरा असंतोष है। (2) कर्मचारियों की भारी कमी के कारण मौजूदा स्टाफ पर काम का बोझ बढ़ रहा है, जिससे सेवा वितरण प्रभावित हो रहा है, (3) कर्मचारी सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों के निजीकरण और विलय की सरकार की योजनाओं का कड़ा विरोध कर रहे हैं, (4) पुरानी पेंशन योजना की बहाली भी एक प्रमुख मांग है, जिसे कर्मचारी अपने भविष्य की सुरक्षा के लिए आवश्यक मानते हैं, (5) कर्मचारियों का मानना है कि सरकार को सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों को मजबूत करने की दिशा में काम करना चाहिए।
जनरल इंश्योरेंस की चारों प्रमुख अनुषंगी कंपनियाँ - ओरिएंटल इंश्योरेन्स, युनाइटेड इंश्योरेंस, नेशनल इंश्योरेन्स और न्यू इंडिया एश्योरेंस में दिनभर सामान्य कार्य प्रभावित रहा।
जीआईईए की केंद्रीय कार्यकारिणी के विशेष प्रतिनिधि गिरधारी लाल बलाई ने बताया कि हड़ताल के कारण आम नागरिकों को बीमा सेवाओं से वंचित रहना पड़ा और सरकार को भारी राजस्व हानि उठानी पड़ी। यह हड़ताल कर्मचारियों के सहयोग और समर्थन से सफल रही।
भीलवाड़ा यूनिट के कार्यकारी सदस्य, गिरधारी लाल बलाई ने बताया कि कामरेड श्री शिवकांत के नेतृत्व में सभी साथी सुबह 10.30 बजे यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेन्स कंपनी मंडलीय कार्यालय परिसर पर एकत्रित हुए। उन्होंने केंद्र सरकार की जनविरोधी और कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और ’’सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों को बचाओ - कर्मचारी एकता जिंदाबाद’’ जैसे नारे लगाए।
इस एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल ने कर्मचारियों की एकजुटता और उनकी मांगों के प्रति दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित किया।