नौगांवा में जलझुलनी एकादशी की तैयारी पूरी, निकलेगी ठाकुर जी की पालकी यात्रा

भीलवाड़ा । शहर से सटे नौगांवा स्थित श्री सांवरिया सेठ मंदिर में इस वर्ष भी हर साल की तरह जलझुलनी एकादशी का महापर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। 3 सितंबर 2025, बुधवार को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में भगवान सांवलिया सेठ का ड्राई फ्रूट एवं मंदिर का भी भव्य श्रृंगार करने के साथ ही कई तरह के आयोजन किए जाएंगे, जिसमें दोपहर 2.30 बजे मंदिर से नौगांवा तालाब तक ठाकुर जी की पालकी यात्रा बेवाण मुख्य आकर्षण रहेगा। इस यात्रा को सांसद विधायक सहित कई जनप्रतिनिधि एवं प्रबुद्ध नागरिक कंधा देंगे। इसके अलावा चौथी पदयात्रा और विशेष हवन भी आकर्षण होंगे।
सुबह 7 बजे भीलवाड़ा से रवाना होगी पदयात्रा
पदयात्रा सुबह 7 बजे इच्छापूर्ण बालाजी मंदिर एवं शनिदेव मंदिर भीलवाड़ा से शुरू होगी पदयात्रा के लिए बुजुर्गों के लिए विशेष वाहन की व्यवस्था की गई है। पदयात्रा में करीब 600 लोग शामिल होंगे। आयोजक श्री सांवरिया सेठ सेवा समिति ने सभी भक्तों से इसमें शामिल होने का आग्रह किया है।
विश्व शांति के लिए होगा हवन का आयोजन
मेला संयोजक राकेश तिवारी ने बताया कि जलझुलनी एकादशी के अवसर पर श्री माधव गौशाला के प्रांगण में विद्वान पंडितों द्वारा विश्व शांति के लिए हवन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 11 से 21 जोड़े शामिल हो सकेंगे। सांवरिया सेठ मंदिर में दुग्धाभिषेक भी किया जाएगा। इच्छुक व्यक्ति भंवर लाल दरगड़ और गिरिराज काबरा से संपर्क कर सकते हैं।
भक्तों को रखनी होगी स्वच्छता व अनुशासन
मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी, महामंत्री कैलाश डाड और कोषाध्यक्ष चंद्र प्रकाश आगाल ने भक्तों से विशेष अपील की है कि वे आयोजन के दौरान स्वच्छता, पर्यावरण और अनुशासन का पूरा ध्यान रखें। वाहनों को निर्धारित पार्किंग में ही खड़ा करें, ताकि यातायात बाधित न हो। मंदिर परिसर और शोभायात्रा के दौरान कचरा इधर-उधर न फेंकें। दर्शन के दौरान धक्का-मुक्की न करे। ट्रस्ट ने भक्तों से ठाकुरजी के रथ को कंधा देने के लिए अपनी बारी का इंतजार करने का आग्रह किया गया है।
बुधवार सुबह 7:30 अभिषेक से होगी शुरुआत
मेला सहप्रभारी सोहनलाल गहलोत ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 7:30 बजे ठाकुर के दूध से अभिषेक के साथ होगी। इसके बाद सुबह 9:00 बजे 11 जोड़ों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन किया जाएगा। दोपहर 2:30 बजे बेवाण में ठाकुर मंदिर से नौगांवा के तालाब पर झूलने के लिए शोभा यात्रा शुरू होगी और शाम 6:15 बजे ठाकुर के मंदिर लौटने पर महाआरती का आयोजन होगा।
श्रद्धालुओं की सुविधाओं का रखेंगे विशेष ध्यान
मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। पेयजल, चिकित्सा, सुरक्षा और स्वच्छता पर विशेष जोर रहेगा। बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले और चकरी भी लगाई जाएंगी। मंदिर को फूलों और रोशनी से सजाया जाएगा। प्रसादी और भोजन वितरण की व्यवस्था भी रहेगी।
