सामूहिक क्षमावाणी पर्व एवं कलशाभिषेक समारोह में उमड़े श्रद्धालु

भीलवाड़ा । श्री बाहुबली जैन वेलफेयर सोसायटी,सकल दिगम्बर जैन समाज एवं श्री महावीर दिगम्बर जैन सेवा समिति के तत्वावधान में सोमवार शाम प्रेम चुनरिया वाटिका में सामूहिक क्षमावाणी पर्व एवं कलशाभिषेक का आयोजन हुआ। इस आयोजन में शामिल होने के लिए भीलवाड़ा शहर के विभिन्न क्षेत्रों से समाजजन उमड़े। दीप प्रज्वलन एवं मंगलाचरण के साथ शुरू कार्यक्रम में पर्युषण के दौरान दस एवं पांच उपवास की तपस्या करने वाले 60 तपस्वियों का एवं समाज में उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने वालों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में श्रीजी का अभिषेक व शांतिधारा की गई। श्रीजी को शास्त्रीनगर न्यू हाउसिंग बोर्ड स्थित श्री सुपार्श्वनाथ मंदिर से लाया गया। समारोह में दस उपवास करने वाले 30 तपस्वियों एवं पांच उपवास करने वाले 30 तपस्वियों का सम्मान किया गया। दीप प्रज्वलन श्री बाहुबली जैन वेलफेयर सोसायटी के पदाधिकारियों एवं दिगम्बर जैन मंदिरों के अध्यक्षों द्वारा किया गया। समारोह में पट्टाचार्य आचार्य विशुद्धसागर महाराज के शिष्य मुनि अनुपम सागर महाराज एवं मुनि निर्मोहसागर महाराज ससंघ का पाद प्रक्षालन एवं जिनवाणी भेंट का लाभ बाहुबली वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों को मिला। मंगलाचरण की प्रस्तुति लाड़ली महिला संगठन एवं क्षमावाणी गीत की प्रस्तुति ज्ञानवती महिला मण्डल ने दी। पाठशाला के बच्चों ने भी भक्ति गीत प्रस्तुत किया। शिविर का मुख्य कलश पुण्यार्जक राकेश पंचोली को प्रदान किया गया। समारोह में मुनि श्री अनुपम सागर महाराज ने मंगल संदेश देते हुए कहा कि यदि हम जीवन में सुख शांति चाहते है तो क्रोध व राग द्धेष का त्याग कर क्षमा का भाव धारण करना होगा। क्षमा से ही सहिष्णुता व सह अस्तित्व की भावना का विकास होता है। क्षमा वो ही कर सकता जो वीर होता है। कायर व्यक्ति कभी क्षमा नहीं कर सकता इसीलिए क्षमा को वीरों का धर्म बताया गया है। क्षमा जैन धर्म का प्राण है। उन्होंने कहा कि इस धरा पर सभी जीव समान है इसलिए किसी भी जीव को कभी कष्ट नहीं दे ओर सबके प्रति समभाव रखने का प्रयास करे। जीवन में सुख शांति आनंद प्रेम भाईचारा चाहते है तो क्षमा भाव रखकर सबसे क्षमा एवं सबको क्षमा करना चाहिए। उन्होंने भीलवाड़ावासियों सहित सभी समाजजनों से क्षमा याचना करते हुए तपस्वियों के लिए भी मंगलकामना व्यक्त की। इस अवसर पर समाज के लिए उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने वाले श्री महावीर दिगम्बर जैन सेवा समिति के अध्यक्ष राकेश पाटनी, प्रवीण चौधरी, नरेश गोधा, सोहनलाल गंगवाल, मीडिया प्रभारी भागचंद पाटनी,रविन्द्र मित्तल,सुवीर छाबड़ा,प्रकाश पाटनी का सम्मान किया गया। इस अवसर पर श्री अशोक छाबड़ा द्वारा रचित पुस्तक ‘सुपथ’ का विमोचन भी किया गया। श्री बाहुबली जैन वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष सुरेन्द्र जैन ने अतिथियों का स्वागत किया ओर उन्होंने श्री महावीर दिगम्बर जैन सेवा समिति के अध्यक्ष राकेश पाटनी एवं समिति के सभी सदस्यों का इस बात के लिए आभार जताया कि उन्होंने लगातार दो चातुर्मास का धर्म लाभ भीलवाड़ा के समाजजनों को प्रदान किया। आभार सोसायटी के सचिव राजकुमार चौधरी ने व्यक्त किया। मीडिया प्रभारी भागचंद पाटनी ने बताया कि प्रवचन के बाद कलशाभिषेक हुआ। समारोह के अंत में सभी समाजजनों ने एक-दूसरे से मिलकर क्षमायाचना की। उपवास करने वालों को पारितोषिक प्रदान करने के पुण्यार्जन का लाभ पवन एवं इन्द्रा पांडिया परिवार को प्राप्त हुआ। समारोह का संचालन पदमचंद काला ने किया। आयोजन को सफल बनाने में सभी सदस्यों ने सक्रिय सहभागिता निभाई। समारोह के बाद मुनि ससंघ का सुपार्श्वनाथ मंदिर से शास्त्रीनगर जैन मंदिर के लिए अल्पकालीन विहार हुआ।
