निष्ठा और ईमानदारी से करें कृषि व्यवसाय-डाॅ. धाकड़

निष्ठा और ईमानदारी से करें कृषि व्यवसाय-डाॅ. धाकड़
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भीलवाड़ा। कृषि विज्ञान केन्द्र, भीलवाड़ा पर खुदरा उर्वरक विक्रेताओं हेतु 15 दिवसीय पाठ्यक्रम प्रशिक्षण दिनांक 01 से 15 सितम्बर 2025 तक आयोजित गया। प्रशिक्षण समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि डाॅ. शिव दयाल धाकड़ ने बताया कि खुदरा उर्वरक विक्रेता कृषि व्यवसाय में निष्ठा एवं ईमानदारी से कार्य करे।

डाॅ. धाकड़ ने आवश्यकता अनुसार ही खाद-उर्वरक देने पर जोर देते हुए जैविक खेती एवं प्राकृतिक खेती अपनाने की आवश्यकता जताई तथा प्रशिक्षणार्थियों को सच्ची लगन, निष्ठा व ईमानदारी से अपने व्यवसाय को अपनाने के साथ ही किसानों को सही समय पर सही सुझाव देकर अप्रत्यक्ष रूप से उनके लिए बदलाव अभिकर्ता के रूप में सहायता करने के लिए प्रोत्साहित किया। विशिष्ट अतिथि विनोद जैन, संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार जिला परिषद् भीलवाड़ा ने बताया कि प्रशिक्षण को प्राप्त करने के उपरान्त सभी उर्वरक विक्रेताओं को किसानों से सीधा सम्पर्क स्थापित कर विभिन्न प्रकार की नवीनतम एवं आधुनिक कृषि तकनीकियों को अपनाने के लिए भी प्रेरित करना चाहिए और उनकी आमदनी को बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए।

किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए उर्वरक विक्रेताओं को अपना व्यवसाय करना चाहिए। खुदरा उर्वरक विक्रेता प्रशिक्षण पाठ्क्रयम समन्वयक डाॅ. सी. एम. यादव वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष कृषि विज्ञान केन्द्र भीलवाड़ा ने बताया कि खुदरा उर्वरक विक्रेता रोजगार के साथ-साथ राष्ट्र विकास में भागीदारी, किसानों की आमदनी बढ़ाने में योगदान देना चाहिए। डाॅ. यादव ने बताया कि गांव में किसान डीलर से जानकारी लेता है अतः डीलर को खेती का ज्ञान होना जरूरी, व्यापार चलाने के लिये व्यवहार कुशल व कृषि ज्ञान का होना आवश्यक है। तकनीकी सहायक अनिता यादव ने प्रशिक्षणार्थियों को उर्वरक उपयोग दक्षता बढ़ाने के उपाय बताये तथा टिकाऊ खेती समन्वित कृषि पद्धति की फसल विविधीकरण, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन आदि विषयों पर जानकारी देकर उनका ज्ञान वर्धन किया। उर्वरकों के सन्तुलित उपयोग एवं मृदा परीक्षण के महत्त्व एवं मिट्टी नमूना लेने का तरीका बताया। मीव किसान बाजार कृषक उत्पादक संगठन के निदेशक महावीर शर्मा ने कृषक उत्पादक संगठन के गठन की प्रक्रिया एवं गतिविधियों के बारे में बताते हुए खाद, बीज व उर्वरकांे के भण्डारण के बारे में जानकारी के साथ ही स्टाॅक रजिस्टर में बीज व उर्वरकांे का इन्द्राज करने की प्रक्रिया बताई। प्रशिक्षण में 40 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया जिन्हें प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

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