ज्ञानपंचमी पर प्रवाहित श्रद्धा एवं भक्ति की गंगा, बच्चों के संग बड़ो ने भी की मां शारदा की आराधना

ज्ञानपंचमी पर प्रवाहित श्रद्धा एवं भक्ति की गंगा, बच्चों के संग बड़ो ने भी की मां शारदा की आराधना
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भीलवाड़ा, हलचल। ज्ञानपंचमी का शुभ अवसर ओर जुबां पर मां शारदा की आराधना में ‘‘ओम एंें सरस्वत्यै नमः’’ का मंत्र गूंज रहा था। कामना यहीं थी हमारे मां सरस्वती की भक्ति कर ज्ञानावर्णीय कर्मो का क्षय हो ओर ज्ञान की प्राप्ति होकर जीवन सुखमय ओर शांतिमय बने। मां सरस्वती की आराधना करने वालों में सैकड़ों बच्चों के साथ उनके परिजन व श्रद्धालुगण भी शामिल थे। ये नजारा ये नजारा भीलवाड़ा में रविवार को ज्ञानपंचमी के अवसर पर अनुष्ठान आराधिका ज्योतिष चन्द्रिका महासाध्वी कुमुदलताजी म.सा. आदि ठाणा के सानिध्य में आध्यात्मिक चातुर्मास आयोजन समिति भीलवाड़ा द्वारा श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक समिति सुभाषनगर के तत्वावधान में आरसी व्यास कॉलोनी में गेट न.33 के पास स्कूल के नजदीक ग्राउण्ड मे सरस्वती अनुष्ठान में दिखा। अनुष्ठान विशेष रूप से पांच से लेकर बीस वर्ष तक के बच्चें शामिल हुए। सरस्वती अनुष्ठान से पूर्व सुभाषनगर स्थानक से अनुष्ठान स्थल तक भव्य आगम वरघोड़ा यात्रा निकाली गई।



इसमें 32 जोड़े में श्रावक हाथ में आगम का नाम लिखी तख्ती ओर श्राविका सिर पर सम्बन्धित आगम ग्रंथ लेकर चल रही थी। बग्गी में बच्चें सवार थे। आगम यात्रा को महासाध्वी कुमुदलताजी म.सा. ने मांगलिक प्रदान कर प्रारंभ किया। आगम यात्रा के दौरान नजारा श्रद्धा एवं भक्ति से से ओतप्रोत था ओर भक्तगण तीर्थंकरों के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। आगम यात्रा कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद सभी आगम को मंच पर विशेष रूप से तैयार रेक पर रखा गया। आगम लेकर चलने वाले जोड़े विशेष रूप से तैयार रैंप पर बैठे। अनुष्ठान के शुरू में महासाध्वी महाप्रज्ञाजी म.सा. द्वारा रक्षा कवच निर्माण के लिए श्री व्रज पंज्जर स्रोत का जाप किया गया। मां शारदा की प्रार्थना भी की गई। साध्वी राजकीर्तिजी म.सा. एवं साध्वी मण्डल ने दिवाकर चालीसा का पाठ कराया। सरस्वती अनुष्ठान के माध्यम से ‘‘ओम एंें सरस्वत्यै नमः’’मंत्र का जाप कर सबको ज्ञान प्राप्ति की कामना की गई। महासाध्वी कुमुदलताजी ने कहा कि सरस्वती की आराधना ज्ञानावर्णीय कर्म क्षय करने का सुअवसर प्रदान करती है। मां सरस्वती की आराधना करते समय मन एकाग्रचित होने पर ज्ञान की प्राप्ति होती है। बच्चों को अनुष्ठान समापन पर सरस्वती यंत्र महासाध्वी मण्डल के करकमलो से प्रदान किए गए। अनुष्ठान के शुरू में अतिथियों, आध्यात्मिक चातुर्मास आयोजन समिति,सुभाषनगर श्रीसंघ, राष्ट्रीय महामंगलकारी अनुष्ठान समिति के पदाधिकारियों व श्रावक श्राविकाओं द्वारा नवकार मंत्र चौकी की विधिपूर्वक स्थापना की गई। सरस्वती प्रतिमा की भी स्थापना की गई। समारोह में साध्वी मण्डल द्वारा समाजसेवी सुरेन्द्रसिंह सुराना को समाज गौरव एवं पुलिस उप अधीक्षक जितेन्द्रसिंह मेड़तिया को सेवारत्न से अलंकृत किया गया।

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