फर्जी साइन से कराया तीन माइंस लीज का आवंटन!, खान विभाग का बड़ा फर्जीवाड़ा, फोरमैन सहित तीन गिरफ्तार

भीलवाड़ा हलचल
।जिले के आसींद क्षेत्र के पांडरू गांव में खान विभाग की लापरवाही और भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। विभाग के कार्मिकों ने आवेदक फर्मों के साथ मिलकर पटवारी के फर्जी हस्ताक्षर कर तीन माइंस लीज का आवंटन करा दिया।
मामला तब खुला जब 2015 में संबंधित पटवारी ने अपने फर्जी साइन की शिकायत एसीबी में दर्ज कराई।
जांच के बाद एसीबी ने अब कार्रवाई करते हुए खान विभाग के तत्कालीन फोरमैन मनीष पंवार सहित दो खनन फर्म संचालकों को गिरफ्तार किया है।
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🔸 रिपोर्ट पर साइन करने से इनकार, फिर भी जारी कर दी लीज!
पांडरू क्षेत्र में खनन लीज के लिए
मैसर्स भोलेनाथ माइंस एंड मिनरल्स
और मैसर्स अंजनि माइंस केम
ने आवेदन किया था।
संयुक्त सीमांकन रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी खान विभाग के फोरमैन मनीष पंवार और झालरिया पंचायत के पटवारी नरेश नाथ को दी गई थी।
मौके की स्थिति और राजस्व रिकॉर्ड में फर्क देखकर पटवारी ने साइन करने से इनकार कर दिया।
इसके बावजूद फोरमैन ने पटवारी के फर्जी हस्ताक्षर कर रिपोर्ट तैयार की और विभाग को भेज दी।
बाद में इसी रिपोर्ट के आधार पर लीज को निदेशालय से स्वीकृति भी मिल गई।
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🔸 तीन गिरफ्तार, जांच में अन्य अफसरों की भूमिका भी शक के घेरे में
एसीबी प्रथम के डीएसपी पारसमल ने बताया कि फर्जीवाड़े में शामिल
तत्कालीन फोरमैन मनीष पंवार (वर्तमान में भूजल विभाग, जोधपुर)
भोलेनाथ माइंस एंड मिनरल्स के साझेदार रतनलाल खटीक,
और अंजनि माइंस केम की साझेदार सुमित्रा देवी
को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
तीनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
अब इस पूरे मामले में अन्य विभागीय अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
