तीर्थंकर मुनिसुव्रत स्वामी की आराधना कर यश समृद्धि के साथ सर्व मंगल की कामना

तीर्थंकर मुनिसुव्रत स्वामी की आराधना कर यश समृद्धि के साथ सर्व मंगल की कामना
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भीलवाड़ा, । अनुष्ठान आराधिका ज्योतिष चन्द्रिका महासाध्वी डॉ. कुमुदलताजी म.सा. आदि ठाणा के सानिध्य में शनिवार को चन्द्र्रशेखर आजादनगर में अनुष्ठान आराधना में 20वें तीर्थंकर मुनिसुव्रत स्वामी भगवान का जाप कराया गया तो तीर्थंकर भक्ति एवं धर्म आराधना का ऐसा रंग जमा कि पूरा वातावरण असीम पॉजिटिव आध्यात्मिक उर्जा से सराबोर हो गया। सुभाषनगर स्थानक में चातुर्मास सम्पन्न करने के बाद महासाध्वी मण्डल ने भीलवाड़ा की धन्यवाद यात्रा के तहत चन्द्रशेखर आजादनगर में श्री अरिहन्त विकास समिति के तत्वावधान में जैन मंदिर के समीप ग्राउण्ड में आयोजित अनुष्ठान आराधना में तीर्थंकर मुनिसुव्रत स्वामी भगवान के जाप के माध्यम से तीर्थंकरों की महिमा की स्तुति कराई। इस जाप के माध्यम से तीर्थंकर मुनिसुव्रत स्वामी भगवान से प्रार्थना की गई कि सभी के जीवन में यश प्रतिष्ठा के साथ सुख शांति प्रदान करे। भक्ति आराधना के इस संगम में शामिल होने के लिए भीलवाड़ा के विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ो श्रावक-श्राविकाएं पहुंचे ओर शुद्ध भावों के साथ तीर्थंकर परमात्मा का जाप किया तो पूरा वातावरण पवित्र एवं पावन हो गया। साध्वी कुमुदलताजी म.सा. ने कहा कि जीवन में परिवर्तन लाकर स्थिरता ओर शांति प्राप्त करनी हो ओर यश चाहिए तो मुनिसुव्रत स्वामी की आराधना नियमित करे। शनिवार के दिन इस आराधना का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि हर वार का अपना महत्व है ओर कोई भी वार बुरा नहीं होता। बीसवें तीर्थंकर मुनिसुव्रत स्वामी की ये आराधना संदेश देती है कि जीवन में 20 आस्रव का त्याग कर 20 संवर में प्रवेश करना है। वह सभी की रक्षा करे ओर सभी के जीवन में सुख शांति एवं समृद्धि प्रदान करे। उन्होेंने अनुष्ठान आराधना का लाभ प्राप्त करने वाले राजेन्द्र सुनीता सकलेचा परिवार के प्रति भी मंगलभावनाएं व्यक्त करते हुए इस बात के लिए साधुवाद अर्पित किया कि उन्होंने संत सेवा की भावना से रूप रजत विहार स्थानक का निर्माण कराया है। स्वरसाम्राज्ञी डॉ. महाप्रज्ञाजी म.सा. ने भक्ति भावना से ओतप्रोत भजनों की प्रस्तुति दी। अनुष्ठान के शुरू में महासाध्वी मण्डल के सानिध्य में श्री व्रज पंज्जर स्तोत्र की आराधना की गई। वास्तुशिल्पी पद्मकीर्तिजी म.सा. एवं विद्याभिलाषी राजकीर्तिजी म.सा. ने श्री घंटाकर्ण महावीर स्रोत की आराधना भी कराई। समारोह में लाभार्थी परिवार गुलाबचंद लाड़देवी, राजेन्द्र सुनीता, दिव्यांश जयांश सकलेचा परिवार का श्री अरिहन्त विकास समिति चन्द्रशेखर आजादनगर एवं आध्यात्मिक चातुर्मास आयोजन समिति की ओर से स्वागत अभिनंदन किया गया। समारोह में अरिहन्त विकास समिति द्वारा विशिष्ट अतिथि गुलाबपुरा पुलिस उप अधीक्षक जितेन्द्रसिंह मेड़तिया, आध्यात्मिक चातुर्मास समिति के अध्यक्ष दौलतमल भड़कत्या, उपाध्यक्ष सुनील नाहर,सचिव राजेन्द्र सुराना, कोषाध्यक्ष मदनलाल सिपानी, सुभाषनगर श्रीसंघ के अध्यक्ष हेमन्त कोठारी,उपाध्यक्ष अनिल कोठारी, मदनलाल चौरड़िया, पूर्व सभापति मंजू पोखरना, शकुन्तला खमेसरा आदि का स्वागत किया गया। अनुष्ठान के शुरू में लाभार्थी सकलेचा परिवार, चन्द्रशेखर आजादनगर श्रीसंघ, महिला एवं बहु मण्डल, अतिथियों, आध्यात्मिक चातुर्मास समिति सहित विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों द्वारा नवकार मंत्र चौकी एवं कलश की विधिपूर्वक स्थापना की गई। मंगलाचरण की प्रस्तुति सुनीता सकलेचा एवं टीम ने दी। निशा हिंगड़ ने स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। साहित्यकार एसएन गग्गड़ ने जैन दिवाकर गुरू आरती की प्रस्तुति दी। समारोह में जैन दिवाकर संघ के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह सुराणा एवं वीके जैन के जन्मदिवस पर उनका स्वागत करने के साथ साध्वी मण्डल ने उनके प्रति मंगलभावना व्यक्त की। स्वागत उद्बोधन अरिहन्त विकास समिति के मंत्री सुरेन्द्र चौरड़िया ने दिया। सभी का आभार समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सकलेचा ने जताया। संचालन चातुर्मास समिति के सचिव राजेन्द्र सुराना ने किया। अनुष्ठान समापन पर लाभार्थी सकलेचा परिवार की ओर से गौतम प्रसादी का आयोजन भी किया गया। सुबह पाम रिसोर्ट से विहार कर चन्द्रशेखर आजादनगर स्थित रूप रजत विहार भवन पहुंचने के बाद महासाध्वी मण्डल के दर्शन एवं धर्म लाभ के लिए दिन भर श्रावक श्राविकाओं का आना जारी रहा।

यश विहार में प्रवचन अनुष्ठान के साथ नगर विदाई समारोह आज

महासाध्वी कुमुदलताजी म.सा. आदि ठाणा रविवार सुबह 7 बजे चन्द्रशेखर आजादनगर स्थित रूप रजत विहार स्थानक से विहार कर कोटा रोड स्थित यश विहार पहुचेंगे। यहां श्री यश कंवर चेरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में सुबह 9 बजे से महासाध्वी मण्डल के प्रवचन अनुष्ठान एवं नगर विदाई समारोह का आयोजन होगा। चातुर्मास सम्पन्न होने के बाद धन्यवाद यात्रा के तहत महासाध्वी मण्डल का भीलवाड़ा शहर सीमा ये अंतिम आयोजन होगा।

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