नए सत्र की पहली बार बड़ी पहल: एक अप्रैल को ही छात्रों के हाथों में होंगी नई किताबें

जयपुर। शिक्षा विभाग ने आगामी शैक्षणिक सत्र 2026-27 को लेकर बड़ी तैयारी शुरू कर दी है। नए सत्र की शुरुआत 1 अप्रैल 2026 से करते हुए राज्य सरकार पहली बार सुनिश्चित करने जा रही है कि कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों को सत्र शुरू होते ही उच्च गुणवत्ता वाली पाठ्यपुस्तकें और कार्यपुस्तिकाएं उपलब्ध कराई जाएं।
यह पहली बार होगा जब शैक्षणिक सत्र के पहले ही दिन विद्यार्थियों के हाथों में नई पुस्तकें होंगी, जिससे पढ़ाई बिना किसी विलंब के सुचारू रूप से शुरू की जा सकेगी।
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ग्रीष्मावकाश में भी पढ़ाई जुड़ी रहे—कार्यपुस्तिकाओं में विशेष सामग्री
इस बार कार्यपुस्तिकाओं में ऐसी गतिविधियां और सामग्री जोड़ी जाएगी, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई गर्मी की छुट्टियों के दौरान भी जारी रह सके।
स्कूल शिक्षा विभाग का मानना है कि इससे बच्चों की सीखने की गति बरकरार रहेगी और कक्षा स्तर के अनुसार उनका कौशल विकास भी होगा।
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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में हुई विस्तृत समीक्षा
बुधवार को शासन सचिव स्कूल शिक्षा कृष्ण कुणाल की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
बैठक में—
नई पाठ्यपुस्तकों व कार्यपुस्तिकाओं के डिजाइन,
सामग्री,
और कक्षा-स्तर आधारित सुधार
पर विस्तार से चर्चा की गई।
कृष्ण कुणाल ने निर्देश दिए कि पुस्तकों में ऐसी सामग्री शामिल की जाए, जो विद्यार्थियों को उनकी कक्षा के स्तर तक लाने में सहायक हो और सीखने के परिणामों में सुधार भी सुनिश्चित करे।
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अधिकारियों की मौजूदगी
बैठक में प्रमुख अधिकारी शामिल हुए, जिनमें—
राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त अनुपमा जोरवाल
निदेशक माध्यमिक व प्रारंभिक शिक्षा सीताराम जाट
निदेशक आरएससीईआरटी श्वेता फगेड़िया
अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक प्रथम सीमा शर्मा
द्वितीय अशोक कुमार मीणा
सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व पीएमयू प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
