जलदाय विभाग की लापरवाही से बागोर में जल संकट, बूंद-बूंद को तरसे लोग

बागोर ( कैलाश शर्मा)। भीलवाड़ा जिले के बागोर कस्बे में नए साल के आगमन से ठीक एक दिन पहले (बुधवार को) जलदाय विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की अनदेखी के कारण कस्बे के लोग पीने के पानी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर नजर आए ।
मिली जानकारी के अनुसार, मांडल तहसील क्षेत्र में पानी की सप्लाई का नया ठेका होने के कारण व्यवस्था चरमरा गई है। बताया जा रहा है कि संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों ने कस्बे की पानी की टंकी तो पूरी भर दी, लेकिन घरों तक पहुंचने वाली पाइपलाइनों (नलों) में पानी की सप्लाई नहीं छोड़ी।
ग्रामीणों की परेशानी
इस कड़ाके की ठंड के समय में पानी न मिलने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें पानी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है और "दर-दर की ठोकरें" खानी पड़ रही हैं। विभाग की इस कार्यशैली से कस्बे की पूरी पेयजल व्यवस्था ठप हो गई है।
अधिकारियों का पक्ष
जब इस संबंध में बागोर क्षेत्र के जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता (JEN) से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि:
> "बुधवार को ठेकेदार का आखिरी दिन था। अब नए ठेकेदार के आने पर ही सुचारू रूप से पानी की सप्लाई की जाएगी।"
>
अधिकारियों के इस जवाब से जनता में और भी नाराजगी है, क्योंकि नए साल के आखिरी दिन भी लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द वैकल्पिक व्यवस्था करने और लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
