बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार के विरोध में 5 को भीलवाड़ा आंशिक बंद, निकाली जायेगी आक्रोश रैली

बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार के विरोध में 5 को भीलवाड़ा आंशिक बंद,  निकाली जायेगी आक्रोश रैली
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भीलवाड़ा । बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे लगातार आक्रमण व निर्दोष हिंदुओं की गिरफ्तारी हिंदू समाज को चिन्हित कर मुसलमानों द्वारा हिंसात्मक हमले कर धार्मिक स्थल तोड़ने व हिंदू बहन बेटियों के साथ बलात्कार किया जा रहा है। इसके विरोध में भीलवाड़ा महानगर हिंदू समाज द्वारा 5 दिसंबर 2024 गुरुवार को विशाल आक्रोश रैली व राष्ट्रपति/प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन कार्यक्रम रखा गया है।

बांग्लादेश में 77 - 78 वर्षों के बाद इतिहास दोहराया जा रहा हैं। वही चीखें, वहीं रुह कापता करुण क्रंदन, वही आंसुओं से डबडबाई आंखें, वहीं पाशवी बलात्कार के बाद फेंकी गई बिभत्स लाशे, वहीं उजड़े हुए - जलते हुए घर, वहीं खामोश, मूकदर्शक बना स्थानीय प्रशासन, और वही असहाय हिंदू...! विभाजन के समय का दृश्य पूरे, बांग्लादेश में आज पुनः प्रस्तुत हो रहा हैं।

जुलाई 2024 को प्रारंभ हुआ छात्रों का आंदोलन, प्रारंभ में तो तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के विरोध में था। अनेक बाहरी ताकते इस आंदोलन में शामिल थी। किंतु जैसे ही सोमवार 5 अगस्त को शेख हसीना ने इस्तीफा देकर देश से पलायन किया, वैसे ही यह सारा आंदोलन हिंदू-बौद्ध नागरिकों के विरोध में चला गया। तब से चार महीने होते आए हैं, हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ते ही जा रहे हैं।

5 अगस्त से आज तक, बांग्लादेश के हिंदुओं ने रात को ठीक से नींद नहीं ली हैं। हजारों हिंदुओं की अब तक हत्या हो चुकी है। इनमें बांग्लादेश के प्रसिद्ध उद्योगपति, कलाकार, गायक, खिलाड़ी, पुलिस अधिकारी... सभी का समावेश हैं।

हिंदुओं पर हमले, अभी भी हो रहे हैं। मंदिर तोड़ना, मूर्तियों को ध्वस्त करना यह तो आम बात हो गई हैं। हिंदुओं पर हो रहे इस बिभत्स और नृशंस आक्रमण को, बांग्लादेश की पुलिस, मूकदर्शक बन देखती रही !

बांग्लादेश में जहां-जहां हिंदू है, वहां चुन - चुन कर उन्हें सताया गया हैं, मारा गया हैं, घर-बार को लूटा गया हैं और जवान बहू - बेटियों को भगाकर ले जाया गया हैं।

बांग्लादेश के हिंदुओं में अद्भुत साहस हैं। सारी प्रतिकूलता के बाद भी, तानाशाह सरकार का कडा विरोध होने पर भी, शनिवार 26 अक्टूबर को, वहां के हिंदुओं ने चटगांव के ऐतिहासिक लालदीघी मैदान में एक विशाल रैली की लाखों की संख्या में हिंदू जुटें। उन्होंने मोहम्मद यूनुस सरकार को 8 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जारी किया।

बांग्लादेश अशांत है। उबल रहा है। वह अराजकता के कब्जे में चला गया है। वहां हिंदू सुरक्षित नहीं हैं। उस का घरबार छिन गया हैं।वह रातों को सो नहीं पा रहा हैं। वह अपने जीवन की लड़ाई लड़ रहा है, क्योंकि वह अपनी मातृभूमि छोड़ना नहीं चाह रहा हैं..! आपको - हमको, हम सब को, बांग्लादेश के हिंदुओं के साथ चट्टान की तरह खड़े रहना हैं..!

बांग्लादेश के हिंदुओं के समर्थन में राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देकर उनकी सुरक्षात्मक दृष्टि से कार्य करने हेतु 5 दिसंबर 2024 को प्रातः 8:30 बजे शहीद चौक, सांगानेरी गेट से एक आक्रोश रैली निकाली जाएगी जो शहीद चौक, सांगानेरी गेट से बड़ा मंदिर सर्राफा बाजार, भीमगंज थाना, बजरंगी चौराहा, गोलप्याऊ चौराहा, रेलवे स्टेशन चौराहा, मशीनरी मार्केट होते हुए जिला कलेक्टर महोदय कार्यालय पहुंचेगी। जहां राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम जिलाधीश महोदय को ज्ञापन दिया जाएगा। आक्रोश रैली हेतु समस्त भीलवाड़ा मार्केट एसोसिएशन ने सांकेतिक रूप से प्रातःकाल 11 बजे तक अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर आक्रोश रैली में भाग लेने हेतु समर्थन दिया है।

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