इस बार चातुर्मास 118 दिनों का होगा
भीलवाड़ा । इस बार चातुर्मास 118 दिनों का होगा जो 17 जुलाई से शुरू होकर देवउठनी एकादशी 12 नवंबर तक रहेगा देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं और अगले 4 महीने तक भगवान विष्णु योग निद्रा में ही रहते हैं जिस दिन से भगवान विष्णु योग निद्रा में जाते हैं तभी से चातुर्मास शुरू हो जाता है पंडित सीताराम त्रिपाठी शास्त्री ने बताया कि इस वर्ष चातुर्मास 118 दिन का रहेगा जबकि पिछले साल 148 दिन यानी 5 मा का था वर्ष 2023 में अधिक मास होने से दो श्रावण मास थे इस कारण चातुर्मास 148 दिन का था इस वर्ष 30 दिन कम यानी 4 मा का चातुर्मास रहने से सभी बड़े त्यौहार 10 से 11दिन पहले आ रहे हैं तिथियों में आ रहा 10-12 दोनोंका अंतर प त्रिपाठी ने बताया कि जबकि इस साल सभी त्योहारों की तिथियो में 10 से 12 दिन का अंतर देव सयानी एकादशी के बाद देखने को मिलेगा चातुर्मास के दौरान चातुर्मास के दौरान रक्षाबंधन जन्माष्टमी दशहरा और दीपावली जैसे बड़े त्यौहार हैं पंडित त्रिपाठी ने बताया कि चातुर्मास में नहीं होते हैं विवाह भगवान विष्णु के विश्राम अवस्था में जाने के बाद मांगलिक कार्य जिसमें विवाह मुंडन व यज्ञोपवीत कार्य शुभ नहीं माने जाते हैं भगवान विष्णु योग निद्रा में होते हैं इसलिए वह मांगलिक कार्यों में उपस्थित नहीं हो पाते हैं जिसके कारण इन महीनों में मांगलिक कार्यों पर रोक रहती है आने वाले प्रमुख त्योहार इस साल 11 दिन पहले जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी पिछले साल 7 सितंबर को थी हरतालिका तीज 12 दिन पहले 6 सितंबर को है गत वर्ष 18 सितंबर को थी पितृपक्ष 18 सितंबर से शुरू होंगे जब कि पिछले साल 30 सितंबर को शुरू हुए थे नवरात्रि 3अक्टूबर से शुरू होगी दशहरा 12 अक्टूबर और दीपावली 1 नवंबर को मनाई जाएगी
नियमों का करें पालन चार माह तक एक समय भोजन करना चाहिए फर्श या भूमि पर ही सोया जाता है राजसिक और तामसिक खाद्य पदार्थों का त्याग करना चाहिए चार माह तक ब्रह्मचर्यका पालन करना चाहिए शारीरिक शुद्धि का विशेष ध्यान रखना चाहिए सुबह जल्दी उठकर ध्यान करना चाहिए और रात्रि में जल्दी सो जाना चाहिए