सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम के लिए चलेगा 15 दिवसीय अभियान

सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम के लिए चलेगा 15 दिवसीय अभियान
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भीलवाड़ा। जिला स्तरीय पर्यावरण समिति, जिला स्तरीय स्पेशल टास्क फोर्स, राष्ट्रीय पक्षी मोर के शिकार एवं रोकथाम हेतु जिला स्तरीय समिति, जिला स्तरीय इको ट्यूरिज्म बैठक, वृक्षारोपण हेतु पौधे उपलब्ध करवाने के संबंध में जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई।

बैठक में उपवन संरक्षक एवं सदस्य सचिव जिला पर्यावरण समिति गौरव गर्ग, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक विमल सिंह,, मेडिकल विभाग से डॉ. प्रदीप कटारिया, नगर परिषद एक्सईन सूर्यप्रकाश संचेती, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र के.के. मीणा, पीडब्ल्यूडी से बी.एल रेगर, रीको एआरएम निशांत कुमावत, जल संसाधन विभाग से नेमीचंद, शिक्षा विभाग से योगेश चन्द्र पारीक, यूआईटी से जीवराम जाट आदि मौजूद रहे।

बैठक के दौरान जिला कलक्टर नमित मेहता ने सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम के लिए कार्ययोजना बनाकर 15 दिवसीय विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। नवाचार के तौर पर विभिन्न स्थानों पर कपडे के थैले उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने शहर के प्रमुख स्थान चिन्हित् कर कपड़े के बैग के लिए डिस्पेंसर मशीन के प्रस्ताव डीएमएफटी के माध्यम से भिजवानें के निर्देश दिए।

जिला कलक्टर ने क्षेत्रीय अधिकारी राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल विनय कट्टा को शहर में इलेक्ट्रॉनिक एवं विद्युत वेस्ट के निस्तारण हेतु अभियान चलाकर इकठ्ठा करने, पुनर्चलन करने एवं जनता को उचित मूल्य दिलाने के संबंध में भी निर्देशित किया।

जिला ट्यूरिस्ट एवं इको ट्यूरिज्म प्लान के अंतर्गत हमीरगढ ईको पार्क, भडक, छतरी खेडा लव कुश वाटिकायें एवं मेनाल इको पार्क को इको टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की स्वीकृति प्रदान की गई तथा प्राकृतिक सौंदर्य से सुसज्जित क्षेत्रों की पहचान कर विकसित करने के निर्देश दिये गये। बैठक के दौरान वर्षा ऋतु में बरसाती नालों में गंदगी, कचरा, प्लास्टिक की रोकथाम, शहर में ध्वनि प्रदूषण के मापदंडों की पालना हेतु विशेष अभियान, वर्षा ऋतु में सतत एवं सघन वृक्षारोपण एवं हरित भीलवाड़ा की मुहिम को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए। राष्ट्रीय पक्षी मोर के शिकार एवं उसकी रोकथाम के आवश्यक निर्देश प्रदान किए। इस संबंध में विभिन्न समितियों के पुनर्गठन की स्वीकृति प्रदान भी की गई। बैठक के दौरान पर्यावरण संरक्षण के मध्यनजर जिला कलक्टर ने प्रोसस हाऊस तथा फैक्ट्रियों द्वारा जलाशयों में दूषित पानी छोड़े जाने की शिकायत पर प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

उप वन संरक्षक डॉ गौरव गर्ग ने पूर्व में आयोजित बैठक कार्यवाही विवरण प्रस्तुत करते हुए सभी विभागों को जिला कलक्टर द्वारा किये गए निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारी को बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट में अस्पतालों से निकलने वाले कचरे को वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण के संबंध में निर्देशित किया।

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