प्रदेश के 155 टोल प्लाजा पर लागू हुआ हाई-टेक ई-डिटेक्शन सिस्टम, भीलवाड़ा और शाहपुरा के सात टोल पर सख्ती

# टोल पर कैमरों की पैनी नजर
# 57 हजार से ज्यादा वाहनों के ई-चालान कटे
भीलवाड़ा हलचल। प्रदेश में अब हाईवे पर टोल पार करते ही वाहनों के दस्तावेज जांचे जा रहे हैं। हाई-डेफिनेशन कैमरों से लैस ई-डिटेक्शन सिस्टम के जरिए गाड़ी का नंबर स्कैन होते ही पूरी जानकारी सीधे परिवहन विभाग के सर्वर पर पहुंच रही है। अगर किसी वाहन का फिटनेस, आरसी, बीमा या पीयूसी अधूरा मिलता है तो तुरंत ई-चालान बन जाता है और इसकी सूचना वाहन मालिक के मोबाइल पर भेज दी जाती है।
जनवरी 2025 में परिवहन विभाग और एनएचएआई के बीच हुए एमओयू के बाद इस सिस्टम को लागू किया गया था। 2 अगस्त से प्रदेश के 155 टोल प्लाजा पर यह व्यवस्था शुरू हो चुकी है। आंकड़ों के मुताबिक अब तक 57,800 चालान बनाए जा चुके हैं।
जिले में सात टोल पर सख्ती
भीलवाड़ा और शाहपुरा डीटीओ कार्यालय क्षेत्र के सात टोल प्लाजा पर यह सिस्टम सक्रिय है।
भीलवाड़ा–गंगापुर हाइवे का मुजरास टोल
भीलवाड़ा–अजमेर मार्ग का लांबिया टोल
भीलवाड़ा–कोटा मार्ग का होड़ा टोल
मांडल–ब्यावर मार्ग का दुल्हेपुरा टोल
जहाजपुर–देवली मार्ग का टोल
भीलवाड़ा–शाहपुरा मार्ग का टोल
शाहपुरा–जहाजपुर मार्ग का टोल
विभाग का दावा
डीटीओ आर.के. चौधरी के अनुसार, इस सिस्टम से सड़क सुरक्षा बढ़ेगी, नियम तोड़ने वालों पर लगाम लगेगी और चालान प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी। विभाग का कहना है कि अब बिना दस्तावेजों के वाहन चलाना जोखिम से खाली नहीं है, क्योंकि कैमरे की नजर से कोई नहीं बच पाएगा।
