रसधारा का अन्तर्राज्यीय नाट्य समारोह 18 से
भीलवाड़ा। शहर की नाट्य संस्था रसधारा द्वारा इस वर्ष का तीसरा नाट्य समारोह 18,19,20 अक्टूबर को संस्थान के मिनी ऑडीटोरियम में सम्पन्न होने जा रहा है । संस्थान के सचिव रवि ओझा ने बताया कि पहले दिन युवा निर्देशक अनुराग सिंह एवं रवि ओझा द्वारा लिखित निर्देशित नाटक " भूल गये खिलना फूल " दूसरे दिन दिल्ली के नाट्य निर्देशक सुरेन्द्र सागर के दल द्वारा " पतझड़ के बाद " खेला जायेगा
जबकि तीसरे और अन्तिम दिन कलकत्ता से मोनालिसा दास द्वारा डा. देशराज मीणा निर्देशित नाटक " रिश्तों के भंवर में " प्रदर्शित होगा
साथ ही तीनों दिन के नाट्य प्रदर्शनों की समीक्षा हेतु तीन वरिष्ठ नाट्य निर्देशक जोधपुर से डा. सुनील माथुर, जयपुर से श्री राम सहाय पारीक एवं अलवर से डा. देशराज मीणा पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद रहेंगे ।
रसधारा एक मात्र संस्थान है जो विगत चालीस वर्षों से अधिक समय से नाट्य विधा में सक्रिय रह कर निरन्तर दर्शकों का नि:शुल्क सात्विक मनोरंजन करती आ रही है ।जिसके चलते शहर में एक बड़ी संख्या में नाटकों के सुधि दर्शक अपनी उपस्थिति दर्ज कराते आये हैं । नाटक का मंचन प्रतिदिन शाम 7 बजे किया जायेगा। दर्शकों से निवेदन है समय से 10 मिनट पहले आयें नाटक शुरू होने के बाद प्रवेश नही दिया जायेगा।