राष्ट्रीय संत आचार्य सुन्दर सागर महाराज ससंघ का 21 को भीलवाड़ा में मंगल प्रवेश
भीलवाड़ा - तपस्वी सम्राट आचार्य सम्मति सागर जी महाराज के परम पूज्य दिव्य तपस्वी राष्ट्रीय संत आचार्य सुन्दर सागर महाराज ससंघ का 29वां भीलवाड़ा शहर में चातुर्मास 2024 के लिए 21 जुलाई रविवार को मंगल प्रवेश भीलवाड़ा शहर में होगा।
मीडिया प्रभारी भागचन्द पाटनी ने बताया कि आचार्य सुन्दर सागर महाराज ससंघ 21 को प्रातः यश विहार से विहार कर प्रातः 7.30 बजे महाराणा प्रताप सभागार (टाउन हॉल) नगर परिषद् में प्रवेश होगा। उसके पश्चात् आचार्य श्री के भीलवाड़ा जनता के लिए प्रवचन होगा।
यश विहार से विहार कर माणिक्य नगर, महाराणा टॉकीज, गोल प्याऊ चौराहा होते हुए नगर परिषद् के महाराणा प्रताप सभागार में प्रवेश होगा। समाज एवं महिला मण्डलों द्वारा कलशों से अगवानी की जायेगी। समाज द्वारा जगह-जगह पुष्प वर्षा की जायेगी। महिला मण्डल द्वारा बैंड बाजों से अभिवादन किया जायगा।
सभागार से शोभायात्रा जुलूस के साथ सुपार्श्वनाथ मंदिर में चातुर्मास हेतु प्रवेश होगा, जगह-जगह तोरण द्वार, बैनर, जैन ध्वजा सजाये जायेगें। हाइड्रोलिक पुष्प वृष्टि की जायेगी, जगह-जगह पाद पक्षालन एवं आरती की जायेगी।
समिति के अध्यक्ष राकेश पाटनी ने बताया कि चातुर्मास की समस्त तैयारियां की जा रही है। चातुर्मास के सफल संचालन हेतु विभिन्न प्रकार की समितियों का गठन किया गया जिसमें वित्त समिति, आवास समिति, भोजन व्यवस्था समिति, चिकित्सा समिति, व्यावर्ती समिति, आहार चर्या समिति, प्रवेश समिति, स्वागत समिति, कलश स्थापना समिति का गठन कर लिया है।
मंत्रोच्चार विधि से दिन में सूर्य महल में चातुर्मास कलश स्थापना होगी। नियमित प्रवचन एवं शंका समाधान सुपार्श्वनाथ पार्क में होगें। सुपार्श्वनाथ पार्क में पाण्डाल व मंदिर जी को सजाया गया।
सभी समाजजन अपने-अपने कार्यों में लगे हुए। सभी समाज को एवं जन प्रतिनिधियों को मंगल प्रवेश हेतु निमंत्रण भिजवाया जा रहा है। इस अवसर पर भीलवाड़ा शहर के अलावा कई राज्यों से श्रद्धालु की सहभागिता रहेगी। इनके संघ में 24 पिच्छी संत एवं साध्वियां है। चवश्लेश्वर पार्श्वनाथ से संघ का विहार होकर कोटड़ी की ओर चल रहा है।