तेज सर्दी पर भारी पड़ा किसी की जिंदगी बचाने का जज्बा, 381 यूनिट रक्तदान

तेज सर्दी पर भारी पड़ा किसी की जिंदगी बचाने  का जज्बा, 381 यूनिट रक्तदान
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भीलवाड़ा, पेसवानी

पौष की तीव्र सर्दी पर किसी की जिंदगी बचाने के लिए रक्तदान करने का हौंसला भारी पड़ा। तेज सर्दी की परवाह किए बिना रक्तदान के लिए इस कदर उत्साह दिखाया कि एक दर्जन से अधिक बैड लगाने के बावजूद खून देने के लिए बारी आने का इंतजार करना पड़ रहा था। ये नजारा रविवार को वस्त्रनगरी में मरूधरा माहेश्वरी संस्थान भीलवाड़ा, मरूधरा माहेश्वरी महिला मण्डल एवं मरूधरा माहेश्वरी युवा संगठन के तत्वावधान में शास्त्रीनगर नीलकंठ महादेव मंदिर के पास खाण्डल विप्र विकास ट्रस्ट छात्रावास में आयोजित विशाल रक्तदान शिविर में दिखा। सुबह 8 से शाम 6 बजे तक आयोजित शिविर में 381 यूनिट रक्तदान किया गया। मरूधरा माहेश्वरी संस्थान के अध्यक्ष शांतिप्रकाश मोहता ने बताया कि शिविर का शुभारंभ भीलवाड़ा जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्रसिंह यादव ने किया। उन्होंने रक्तदाताओं का संबल बढ़ाने के साथ मानव सेवा के लिए उनके जज्बे की सराहना की। रक्तदाताओं की हौंसला अफजाई करने के लिए जनप्रतिनिधियों, उद्यमियों के साथ समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिष्ठितजन पहुंचे। अतिथियों का स्वागत मरूधरा माहेश्वरी संस्थान के अध्यक्ष शांतिप्रकाश मोहता, महासचिव दिनेश राठी, महिला मण्डल की अध्यक्ष शीतल चाण्डक, महासचिव संगीता बाहेती, युवा संगठन अध्यक्ष महादेव बाहेती, रक्तदान शिविर प्रभारी कैलाश तापड़िया, महेश जाजू, सूरज हुरकट आदि ने किया। शिविर में कई युवा ऐसे भी थे जिन्होंने जीवन में पहली बार रक्तदान किया था। शिविर 79वीं बार रक्तदान करने वाले अमित पटवारी जैसे रक्तवीर थी भी थे जो सबके लिए प्रेरणास्रोत का कार्य कर रहे थे। कई रक्तदाता ऐसे थे जो लंबे समय से हर तीन-चार माह में एक बार रक्तदान अवश्य करते है। रक्तदान करने की भावना रखने वालों की पहले ब्लड प्रेशर,शुगर सहित सभी जरूरी चिकित्सकीय जांच भी की गई। शिविर सफल बनाने में सहयोगी श्याम चाण्डक, राधाकिशन सोमानी, शांतिप्रकाश मोहता, राधेश्याम सोमानी, मुरारीलाल बियाणी, महेश हुरकट, सत्यनारायण झंवर, हेमराज बजाज, महावीर झंवर,मेघराज बाहेती, रमेश सोनी, रतनलाल बाहेती, शांतिप्रकाश झंवर, कृष्णकुमार झंवर, दिनेश पेड़ीवाल, गजानन्द बजाज, ओमप्रकाश कांकाणी, पुरूषोत्तम राठी, अशोक सारड़ा, संजय हुरकट रहे। शिविर में रक्त संग्रहण का कार्य महात्मा गांधी चिकित्सालय, रामस्नेही चिकित्सालय एवं अरिहन्त चिकित्सालय की ब्लड बैंक टीमों ने किया। शिविर की व्यवस्थाएं सुचारू बनाए रखने में राजेश बाहेती, नारायण बाहेती, भवानी बाहेती ने भी अहम भूमिका निभाई।

*युवाओं ने दिखाया पहली बार रक्तदान करने का जज्बा*

रक्तदान करने के लिए युवाओं से लेकर हर उम्र वर्ग के लोगों में उत्साह का माहौल था। शिविर में 18 वर्षीय तनिशा बाहेती, पूर्वी बजाज, देवांशी मालू, लक्ष्य हुरकट जैसे युवा भी थे जिन्होंने जीवन में पहली बार रक्तदान किया था। उनके शरीर का रक्त किसी की जिंदगी बचाने में कार्य आएगा ये सोच उत्साहित दिखे ओर जरूरत पड़ने पर भविष्य में भी रक्तदान की भावना जताते दिखे। पहली बार रक्तदान करने वाले मानव सेवा के इस मिशन में सहभागी बन प्रसन्न नजर आए। रक्तदाताओं की सुविधा के लिए सभी जरूरी प्रबंध शिविर स्थल भी किए गए थे। शिविर सुबह 8 बजे शुरू होना था लेकिन उससे पहले ही वहां रक्तदान पहुंचने लगे। रक्तदान के लिए एक बार जो कतार लगना शुरू हुई तो वह शाम 6 बजे शिविर समाप्त होने तक भी चलती रही।

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