विश्वप्रसिद्ध कठपुतली कलाकार सुदीप गुप्ता करेगें 4 शो
भीलवाड़ा -स्पिक मैके (सोसायटी फॉर द प्रमोशन ऑफ इण्डियन क्लासिकल म्यूजिक एण्ड कल्चरल एमगंस्ट यूथ) एवं जिला प्रशासन, शिक्षा विभा के सहयोग से विरासत 2024 के तहत दिनांक 22 व 23 अगस्त 24 को आरसीएम समूह, एलएनजे समूह, अंकुर फर्निचर, राउण्ड टेबल भीलवाड़ा के सहयोग से नगर परिषद सभागार मे भीलवाड़ा के स्कूली विद्यार्थियों के लिए विश्वप्रसिद्व डॉल्स थियेटर के माध्यम से सुदीप गुप्ता अपनी चार प्रस्तुतियॉ देगें।
जानकारी देते हुए कैलाश पालिया ने बताया कि संस्कृति मंत्रालय द्वारा किये जा रहे नयी शिक्षा नीति के अनुसार स्कूली विधार्थियों को हमारी सांस्कृतिक विरासत से रूबरू कराने के उद्वेश्य से यह आयेाजन किया जा रहा है।
कलकत्ता के प्रसिद्ध अर्न्तराष्ट्रीय कलाकार सुदीप गुप्ता ने 1983 में कलकत्ता पपेट थिएटर द्वारा आयोजित एक कार्यशाला में भाग लेकर अपने कठपुतली केरियर की शुरूआत की। पद्मश्री सुदीप गुप्ता के मार्गदर्शन में सन् 1983 से 1990 तक कलकत्ता पपेट थिएटर में एक कटपूतली कलाकार के रूप में काम किया । फिर इन्होनें कठपूतली को कैरियर के रूप में अपनाने का फैसला लिया। सुदीप गुप्ता ने 1990 में अपना गु्रप डॉल्स थिएटर की स्थापना की तब से वह अपने सभी कठपूतली शो, ’’टेमिंग ऑफ दी वाइल्ड’’ , पद्मगाथा, शतरंज के खिलाड़ी, अगुनेर पार्शमानी, नाक कटा राजा, बागनेर सुन्दरी की परिकल्पना, स्क्रिप्टिंॅग, डिजाइनिंग और निदेशन कर रहे है। इसके अलावा छुटकी चिदाम चासिर कथा, ताशेर देश, ची-ची लेण्ड पिनोच आदि का भी निदेशन किया है। आपको मानव संसाधन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जूनियर फेलोशिप के साथ साथ 1990-91 के लिये पूर्वी भारत में आधुनिक और समकालिन कठपुतलियों पर शोध कार्य किया है। भारत सरकार सीसीआरटी, संस्कृति मंत्रालय से वरिष्ठ फेलोशिप प्राप्त हुई । वर्ष 2017 में कठपुतली में योगदान के लिये संगीत नाटक अकादमी राष्ट्रीय पुरस्कार , 2003 उत्तम कुमार स्मृति पुरस्कार, 2006 में उषा ते फाउण्डेशन अहमदाबाद द्वारा मेहर आर.कॉन्ट्रेक्टर पुरस्कार 2007 में थिएटर प्रास्ट्रा द्वारा अन्तराष्ट्रीय थिऐटर पुरस्कार, आपके समूह ने सीसीआरटी, स्पीकमैके, संगीत नाटक अकादमी के सहयोग से बांग्लादेश में कई कार्यशालएॅ की और कई राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय उत्सवो में भाग लिया है। आपके समूह डॉल्स थिएटर ने संगीत नाटक अकादमी (नई दिल्ली) स्पिकमैके, पूर्वी क्षैत्र सांस्कृतिक केन्द्र, इन्दिरा गॉधी राष्ट्रींय कलाकेन्द्र, आईसीसीआर, सीसीआरटी, पश्चिम बंगाल नाट्य अकादमी, भारत भवन भोपाल, उत्तरप्रदेश संगीत नाटक अकादमी, मध्यप्रदेश लोक कला परिषद, सेना अकादमी चैन्नई, मद्रास रेजिमेन्ट, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा नई दिल्ली , इन्दिरा गॉधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय आदि में प्रस्तुतियॉ दी है । भारत के अलावा आपने विदेशो में भी बहुत यात्राएॅ की है जिसमें प्रमुख रूप से 8वॉ अन्तर्राष्ट्रीय कठपुतली महोत्सव , वर्ष 2000 में तेहरान, अन्तर्राष्ट्रीय कठपुतली महोत्सव, ईरान, 2002 में 8वॉ अन्तर्राष्ट्रीय कठपुतली महोत्सव ,तेहरान, 25वॉ अन्तर्राष्ट्रीय कठपुतली महोत्सव ईरान, 2007 में स्पेन, 2014 में बेकांक, 2018 में थाइलेण्ड, 2019 में बुलगारिया रूस, 2021 में ब्राजिल में अपनी प्रस्तुतियॉ दे चुके है।
पालिया के अनुसार प्रतिदिन 2 शो की प्रस्तुतियॉ होगी दिनांक 22 व 23 अगस्त को प्रातः 9 से 10 बजे पहला शो एवम् बजे दुसरा शो, 11 से 13 बजे आयोजित होगा ।