भीलवाड़ा-सिंधी समाज ने की झांतला माता व झुलेलाल मन्दिर की धार्मिक यात्रा, 51 श्रद्धालुओं ने लिया भाग

भीलवाड़ा-सिंधी समाज ने की झांतला माता व झुलेलाल मन्दिर की धार्मिक यात्रा, 51 श्रद्धालुओं ने लिया भाग
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भीलवाड़ा-पेसवानी। सिंधी समाज के अग्रणी सेवा प्रकल्प झूलेलाल नवयुवक सेवा संस्थान के तत्वावधान में 51 समाजजनों की धार्मिक यात्रा का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक और धार्मिक स्थलों के दर्शन कराकर उनकी आस्था को और मजबूत करना था।

संस्थान के मिडिया प्रभारी मूलचंद बहरवानी ने बताया कि यह यात्रा 9 दिवसीय असुचंड व शारदीय नवरात्रि उत्सव के सफल समापन के उपलक्ष्य में आयोजित की गई। संस्थाध्यक्ष चेलाराम लखवानी ने शाम की सब्जी मंडी स्थित झूलेलाल मंदिर से 51 श्रद्धालुओं के दल को शुभकामनाओं के साथ रवाना किया। यात्रा का नेतृत्व वरिष्ठ समाजसेवी हेमनदास भोजवानी उस्ताद ने किया। यह धार्मिक यात्रा चित्तौड़ पांडोली स्थित प्रसिद्ध सिद्ध पीठ झांतला माता मंदिर तक पहुंची, जहां सभी ने माता के दर्शन कर समाज और देश की निरोगता, समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना की।

श्रद्धालुओं ने झांतला माता के दर्शन के पश्चात वहां विधिवत पूजा अर्चना की और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया। इस दौरान श्रद्धालुओं के दल ने माता से आशीर्वाद प्राप्त किया और समूह में भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया गया। भक्ति और आस्था से परिपूर्ण इस यात्रा के दौरान सभी श्रद्धालु माता के आशीर्वाद से आनंदित और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर महसूस कर रहे थे।

यात्रा का दूसरा पड़ाव चित्तौड़ के प्रताप नगर स्थित झूलेलाल मंदिर था, जहां श्रद्धालुओं ने भव्य तरीके से भगवान झूलेलाल के दर्शन किए। मंदिर में भी भक्तों ने पल्लव अरदास की और इसके बाद भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। पूरे मंदिर परिसर में श्रद्धा और भक्ति का माहौल था। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण भी किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और सामूहिक रूप से प्रसाद ग्रहण किया।

मंदिर प्रबंधन द्वारा यात्रियों का विशेष स्वागत किया गया। श्रद्धालुओं का मंदिर परिसर में उपरना ओढ़ाकर सम्मान किया गया और उन्हें मंदिर के धार्मिक आयोजनों की जानकारी भी दी गई। इस यात्रा में शामिल श्रद्धालु भक्ति के रंग में रंगे नजर आए और पूरे यात्रा के दौरान सभी के चेहरों पर धार्मिक आस्था और उत्साह झलक रहा था।

यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के समूह में समाज के सुनीता मोहन तुल्सियानी, रामचंद्र खोतानी, अनामिका बहरवानी, निर्मला भोजवानी, शेरू निहालानी, अशोक गोपलानी, रश्मि कमल हेमनानी, मनोज गोपलानी, सिमरन रमेश पमनानी, मनन भोजवानी, नारूमल लालवानी, किशोर खोतानी, हरीश राजवानी सहित कई अन्य प्रमुख समाजजन उपस्थित रहे।

पूरे यात्रा के दौरान श्रद्धालु भक्ति और श्रद्धा में लीन रहे और माता के आशीर्वाद से सभी ने यात्रा को सफलतापूर्वक संपन्न किया। झांतला माता के दर्शन से सभी श्रद्धालुओं के चेहरों पर संतुष्टि और शांति की झलक दिखाई दी। यह धार्मिक यात्रा सिंधी समाज के लिए एक महत्वपूर्ण और पवित्र अवसर था, जिसमें समाज के सभी वर्गों के लोग एक साथ मिलकर धर्म और संस्कृति का पालन करते हुए अपनी आस्था को प्रकट करते नजर आए।

इस यात्रा ने सिंधी समाज में आपसी भाईचारे और एकता की भावना को और मजबूत किया। समाज के वरिष्ठ जनों ने इस तरह के आयोजनों को धार्मिक आस्था को और गहरा करने वाला बताया। साथ ही उन्होंने समाज के युवा वर्ग को भी इस प्रकार के आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया, ताकि वे अपनी सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक मान्यताओं को समझ सकें और उन्हें आगे बढ़ा सकें।

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