जमीन विवाद में देवर ने ट्रैक्टर से कुचलकर की भाभी की हत्या, वारदात से फैली सनसनी
भीलवाड़ा बीएचएन। जिले के बिकराई गांव से मंगलवार की शाम एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जहां एक महिला को जमीन विवाद के चलते उसी के देवर ने ट्रैक्टर से कुचलकर मार डाला। बेरहम आरोपित इस महिला को करीब 50 फीट तक ट्रैक्टर के साथ घसिटते हुये ले गया। वहीं महिला के बेटे से भी आरोपितों ने धक्का-मुक्की की। महिला का शव यहां जिला अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवाया गया है। बड़ी संख्या महिलायें व पुरुष जिला अस्पताल में जुटे हुये हैं।
बिकराई निवासी कमलेश पुत्र रामप्रसाद सुवालका ने जिला अस्पताल में बीएचएन को बताया कि गांव में उनकी पुश्तैनी जमीन है। इस जमीन का उसके अंकल राजकुमार सुवालका से विवाद चल रहा है। यह विवाद करीब दो साल से है। इस जमीन पर दोनों ही पक्ष विवाद के चलते बुवाई नहीं कर रहे हैं। आज उसकी मां लाली देवी 50 खेत पर पशुओं को लेने गई, जबकि वह गांव से दोपहर तीन बजे भीलवाड़ा जा रहा था। भूणास के पास पहुंचा था कि उसके मोबाइल पर मां लाली देवी ने फोन किया कि ये लोग उससे झगड़ा कर रहे हैं, तू खेत पर आजा। उसने मां से कहा कि उनका समझा देना और झगड़ा करे तो आप दूर हो जाना। मां, लाली उन्हें समझा रही थी, तभी राजकुमार जो ट्रैक्टर लेकर आया था, उसने मां लाली पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया और उन्हें 50 फीट तक खींचता ले गया। इस दौरान आरोपितों ने उसके भाई पिंटू के साथ भी धक्का-मुक्की की। इस घटना में लाली देवी की मौत हो गई। शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवाया गया है।
गंगापुर थाने से एक दीवान व कांस्टेबल भी सूचना पर जिला अस्पताल पहुंचे हैं। वहीं मृतक पक्ष के भी बड़ी संख्या में पुरुष और महिलायें जिला अस्पताल पहुंची है, जिनमें घटना को लेकर गहरा रोष व्याप्त है। उधर, दूसरी और इस हृदयविदारक घटना को लेकर बिकराई के बाशिंदों में सनसनी के साथ ही दहशत है।
पिता को भी किया था टॉर्चर, जहर खाकर दी जान
कमलेश ने आरोप लगाया कि उसके पिता रामप्रसाद को भी इन लोगों ने इतना टॉर्चर किया कि उन्होंने परेशान होकर नौ नवंबर 2022 को जहर खा लिया, जिन्होंने उपचार के दौरान उदयपुर अस्पताल में 18 नवंबर 22 को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। कमलेश का आरोप है कि 22 नवंबर 23 को उसके भाई पिंटू का भी आरोपितों ने हमला कर सिर फोड़ दिया था।
इन पर लगाया आरोप
कमलेश ने इस घटना को लेकर अपने अंकल राजकुमार सुवालका, दादा मीठूलाल सुवालका, रामूदेवी आदि के साथ ही अजयपाल सिंह उर्फ कपल सिंह व उसके चार साथियों पर इस घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है। हालांकि अभी तक पुलिस को कोई रिपोर्ट नहीं दी गई।