आज शिव पार्वती विवाह का आयोजन हुआ, कल होगा कृष्ण जन्मोत्सव
भीलवाड़ा श्री पुराना शहर माहेश्वरी सभा भीलवाड़ा के तत्वाधान मे सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा महोत्सव के तहत तृतीय दिवस की कथा में आचार्य शक्ति देव महाराज ने सृष्टि की उत्पत्ति कपिल देवहुती संवाद, ध्रुव चरित्र ,सती चरित्र इत्यादि कथाएं श्रवण कराई , कथा में मनोहर झांकियां के माध्यम से शिव पार्वती के विवाह का आनंद लिया, 21 जुलाई को राम कथा एवं कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा कथा स्थल को आकर्षक रूप से गुब्बारों एवं फूलों से सजाया जाएगा
मीडिया प्रभारी महावीर समदानी ने जानकारी देते हुए बताया कि तृतीय दिवस की कथा में महाराज ने कहा कि मन जब सांसारिक विषय आसक्तियों में लीन रहता है तब जीव अज्ञान रूपी अंधकार में पड़ा रहता है जिसके कारण जीव को देह गेह के प्रति मैं और मेरेपन का दुराग्रह होता है जीव के बंधन और मोक्ष का कारण मन को ही माना गया है मोक्ष का मतलब होता है मोह माया ममता को अपने हृदय से नष्ट कर देना ही मोक्ष कहलाता है मन विषयों में आसक्त होने पर बंधन का हेतु होता है परमात्मा में अनुरक्त होने पर वही मोक्ष का कारण बनता है इसलिए जीव को इस मन को सांसारिक विषय आशक्तियों से हटाकर के भक्ति ज्ञान वैराग्य से युक्त कर परमात्मा के प्रति अग्रसर करना चाहिए तभी आत्म कल्याण होगा जिस जीव ने अपने मन को साध लिया उसका जीवन संवर जाएगा मन को साधने के कुछ साधन बताए हैं जिसमें चार प्रमुख साधन हैं अपने आसन को जीते प्राणायाम करें अपनी संगति को जीते और अपनी इंद्रियों को जीते
सबसे सरल साधन है संगति से आप जैसा बनना चाहते हैं वैसे लोगों की संगति करना प्रारंभ कर दीजिए जीवन संवर जाएगा
कथा से पूर्व भागवत जी की आरती में अनिल बांगड़, जगदीश कोगटा,अशोक काबरा, प्रहलाद अजमेरा, सुरेश कचोलिया, सत्यनारायण न्याती, शांतिलाल पोरवाल, गजानन बजाज, रमेश राठी, रामगोपाल झवर, कैलाश काबरा,मुकेश सोमानी, शिवकुमार लाहोटी ,जगदीश जागा सहित सैकड़ों जन उपस्थित थे