राजमेस की लाश पर सिर रखकर रोए चिकित्सक, निकाली अंतिम यात्रा
भीलवाड़ा (प्रहलाद तेली)। महात्मा गांधी अस्पताल के बाहर चिकित्सक स्ट्रेचर पर पड़ी राजमेस की लाश पर सिर रखकर रोए। अर राजमेस, सात साल मूं थन पाल पोस बड़ो किदो... अचानक थारे कई वियों तु माने छोड़ परो ग्यो...इस तरह का विलाप बुधवार को इसके बाद अस्पताल परिसर में राजमेस की अंतिम यात्रा भी निकाली। दरअसल, राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसायटी के अन्तर्गत संचालित प्रदेश के 17 मेडिकल कॉलेजों के चिकित्सक पिछले दो दिनों से राज्य सेवा नियम सभी चिकित्सक शिक्षकों पर लागू करने की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे है। दूसरे दिन मंगलवार को भीलवाड़ा से 30 चिकित्सक जयपुर में राज्य स्तरीय धरने में शामिल हुए। इनमें से 25 चिकित्सक भीलवाड़ा लौट आए।
बुधवार को जयपुर में मौजूद भीलवाड़ा के पांच चिकित्सक डॉ. महेन्द्र कुमार वर्मा, डॉ. मनीष पोखरना, डॉ. संदीप चौधरी, डॉ. महेन्द्र आदि जयपुर में राज्य स्तरीय प्रतिनिधि मंडल में शामिल होकर सरकार से वार्ता कर रहे है। एमजीएच एनेस्थिसिया विभाग के अध्यक्ष डॉ. वीरेन्द्र शर्मा ने बताया कि हड़ताल के तीसरे दिन बुधवार को भीलवाड़ा में एमजीएच के बाहर प्रदर्शन, विलाप व अंतिम यात्रा निकाली गई। जयपुर में प्रतिनिधि मंडल से चल रही वार्ता के दौरान राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसायटी ने इस मामले की फाइल वित्त विभाग को भेजी है। इसके अलावा मामले के निस्तारण के लिए एक राज्य स्तरीय कमेटी बनाने का भी विचार चल रहा है। इस कमेटी में राजमेस, वित्त विभाग के अधिकारी, डॉक्टर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों को शामिल करने की मांग की जा रही है ताकि इस समस्या का तरीके से समाधान निकाला जा सके।