सहकारिता का मतलब जेब का नहीं राष्ट्र का कल्याण- ठाकुर

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भीलवाड़ा। सरकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीनानाथ ठाकुर ने कहा कि सहकार भारती राष्ट्र और लोगों की सेवा के कल्याण के लिए है, ना कि जेब के कल्याण के लिए है। उन्होंने कहा कि सहाकारिता से सरकार ने विकास की राह खोली है और आने वाले तीन-चार सालों में नई योजनाओं से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। यह बात आज सहकार भारती के अधिवेशन से पहले पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहीं।

उन्होंने कहा कि किसानों के विकास के लिए केंद्र सरकार ने बड़ी योजना तैयार की है। इस योजना के तहत हर पंचायत क्षेत्र में पेक्स का गठन होगा और उसी की तहत किसानों की उपज खरीदने से लेकर बीज व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।



इसके लिए क्षेत्र में अन्य सुविधाएं भी इसी के तहत मिलेगी। इसे लागू करने के लिए सहकार भारती सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेगी। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी उपज की एमएसपी भी पेक्स के जरिए उपलब्ध होगी, अगर किसान तत्काल फसल नहीं बेचना चाहता तो उसे कोल्ड स्टोरेज में टैग लगाकर सुरक्षित रख सकता है। जब किसान को ठीक दाम मिल रहा होगा तो तब वह फसल बेच सकेगा। उन्होंने कहा कि जब किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य मिलने लगेगा तो आज जिस तरह किसान आंदोलन हो रहे हैं, वे नहीं होंगे।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार गांवों को आर्थिक विकास का केंद्र बनाने के प्रयास में लगी है और देशभर में लाखों पेक्स का गठन किया जा रहा है। वर्तमान में 70 हजार पेक्स कार्यरत है। सहाकारिता के जरिए भारत का समग्र आर्थिक विकास हो इसी थीम पर सहकार भारती कार्यरत है और भीलवाड़ा में राजस्थान के सहकारी संस्थाओं के कार्यकर्ताओं का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया है।

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