भीलवाड़ा में 2 दिन मनेगी जन्माष्टमी: कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियां शुरू, दूधाधारी मंदिर में 27 को ,दो दिन तक होगा भव्य उत्सव

कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियां शुरू, दूधाधारी मंदिर में  27 को ,दो दिन तक होगा भव्य उत्सव
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भीलवाड़ा । भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है । इस बार भगवान का जन्म उत्सव बड़े ही भव्यता और दिव्यता के साथ मनाया जाएगा। हर साल की तरह इस साल भी सुबह की मंगल से लेकर रात्रि जन्म अभिषेक तक भगवान भक्तों को दर्शन देंगे। वहीं मंदिरों को भव्यता के साथ सजाया जाएगा और लाइटिंग लगाई जाएगी।


भीलवाड़ा में दो दिन मनेगी


रेलवे स्टेशन स्थित हठीले हनुमान मंदिर, पेच के बालाजी मंदिर व दूधाधारी मंदिर सहित सभी मंदिरों में श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है । हठीले हनुमान मंदिर के पुजारी पृथ्वीराज शर्मा ने कहा कि जन्माष्टमी पर्व को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। सायं 7 बजे से लेकर 12 बजे भजन संध्या होगी, 12 बजे महाआरती के पश्चात भगवान के जन्मोत्सव पर केक काटा जाएगा, भक्तोंं को पंजेरी, पंचामृत का प्रसाद वितरीत किया जाएगा।

पेच के बालाजी के पंडित आशुतोष शर्मा ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही ठाठ बाट से मनाया जाएगा। इसे लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। पर्व पर आकर्षक झांकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। मंदिर को आकर्षक रोशनी से सजाया जा रहा है। हनुमानजी को स्वर्ण चोला श्रृंगार से सजाया जाएगा एवं श्रीराम दरबार के आकर्षक नयनाभिराम दर्शन होंगे । 26 अगस्त को शाम 5 बजे से वृन्दावन से आए कलाकारो द्वारा श्री कृष्ण की आकर्षक झाकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। रात से साढे दस से साढे ग्यारह बजे तक पंडितों द्वारा भगवान बालमुकुन्द जी का दुग्धाभिषेक होगा व रात्रि बारह बजे महाआरती दर्शन के बाद भक्तों को प्रसाद वितरण का कार्यक्रम रखा जाएगा। वहीं इस बार भक्तों के दर्शन के लिए महिलाओं व पुरूषों को अलग अलग बारी बारी से दर्शन करवाये जायेंगे ।

सांगानेरी गेट स्थित श्री दूदाधारी गोपाल मंदिर में जगद्गुरू श्री न्बिार्काचार्य पीठाधीश्वर श्री श्यामशरण देवाचार्यश्री 'श्रीजी' महाराज के निर्देशानुसार जन्माष्टमी का पर्व 27 अगस्त को मनाया जाएगा। नंदोत्सव का आयोजन 28 अगस्त को होगा। मंदिर के पुजारी कल्याणमल शर्मा ने बताया कि श्रावणी तीज(छोटी तीज) से ठाकुरजी की सेवा में मनाए जा रहे झूलनोत्सव के तहत जन्माष्टमी तक ठाकुरजी के दरबार में अलग-अलग तरह की घटाएं (झांकिया) सजाई जा रही है। इसके हर वार को अलग-अलग रंगों से झांकियों की सजावट हो रही है। 27 अगस्त जन्माष्टमी पर मध्य रात्रि में भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। ठाकुरजी की महाआरती कर भगवान को माखन मिश्री का भोग लगाया जाएगा। जन्माष्टमी के अगले दिन नंदोत्सव मनाया जाएगा। इस अवसर पर मटकी फोड, मल्लखंभ आदि प्रतियोगिता का आयोजन होगा। मंदिर में हर वर्ष जन्माष्टमी एवं नंदोत्सव आयोजन में शहर के हजारों भक्त शामिल होते हैं। इन आयोजन को लेकर तैयारियां जारी है।

उधर संकट मोचन हनुमान मंदिर में इस बार जन्माष्टमी का पर्व सूक्ष्म रूप से मनाया जाएगा

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