हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की विरासत देती है प्रेरणा
भीलवाड़ा। भारत के ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक दिलाने वाले प्रसिद्ध हांकी खिलाड़ी हॉकी के जादूगर पद्मभूषण मेजर ध्यानचंद जी के जन्म दिन को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप मे मानाया जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। राष्ट्रीय खेल दिवस मेजर ध्यानचंद की विरासत का सम्मान करने और हमारे जीवन में खेल के महत्व को स्वीकार करने के लिए मनाया जाता है। जीवन में शारीरिक गतिविधियों और खेलों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम सेमिनार आदि सरकार द्वारा आयोजित किए जाते है।
खेलों के प्रति देती है प्रेरणा
जवाहर नवोदय विद्यालय हुरड़ा में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर प्राचार्य प्रभारी मोहन एम के मार्गदर्शन में विद्यालय के बच्चों ने खेलो इंडिया एवं फिट इंडिया विषय पर पोस्टर मेकिंग व स्लोगन राइटिंग में विद्यार्थियों ने भाग लेकर हैंडबॉल वालीबाल बास्केटबाल खो खो कबड्डी व एथलेटिक्स में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन पूरे उत्साह व खेल भावना से खेल कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया एवं खेल संगोष्ठी का आयोजन भी विद्यालय के ही मल्टीपरपज हाल में किया गया।
दीप प्रज्वलित कर किया गया शुभारंभ
सर्वप्रथम खेल दिवस हॉकी के महानायक मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा में दीप प्रज्वलित कर उन्हें पुष्पांजलि भेंट कर याद किया गया जाकर स्कूल स्पोर्ट्स कप्तान मनफूल जाट के द्वारा लगभग 550 विद्यार्थीयों को खेल के प्रति सच्ची लगन की शपथ दिलाई गई इसके उपरांत अंकित बैरवा निखिल कुमावत व अक्षत पारीक आयुषी जीनगर ऋषभ सालवी ने बारी-बारी से खेल दिवस पर खेल के महत्व पर प्रकाश डाला गया उन्होंने कहा कि हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की स्मृति के रूप में यह प्रतिवर्ष देश के हर विद्यालय महाविद्यालय बड़े धूमधाम से से मनाया जाकर उन्हें उन्हें याद किया जाकर सच्ची श्रद्धांजलि दी जाती है।
खेल एवं शारीरिक गतिविधियों से मांसपेशियों का होता है विकास
विद्यालय के एनसीसी अफसर जसराज बालोटिया ने अपने उद्बोधन में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य व इसके महत्व के बारे में विस्तार से बताया उन्होने कहा की सदैव खेल को बढ़ावा देना चाहिये
खेल या अन्य शारीरिक गतिविधियों से मांसपेशियों का विकास होता है। स्वस्थ हड्डियों और मांसपेशियों के अच्छे विकास के लिए आपको बच्चे को किसी खेल या व्यायाम के प्रति उत्साहित करना चाहिए खेल से हमेशा शरीर चुस्त एवं तंदरुस्त रहता है शरीर को स्वस्थ रखने का यह बहुत ही अच्छा माध्यम है खेल इनडोर हो या आउटडोर जैसे भी जहाँ भी संभव हो किसी न किसी खेल को अपने दैनिक जीवन में सामिल कर दिनचर्या का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
तत्पश्चात शारिरिक शिक्षक रामगोपाल सैनी के द्वारा खेल दिवस पर अपने उद्गार प्रकट किए कार्यक्रम का सफल संचालन छात्रों ने किया एवं सभी सहयोगियों एवं उपस्थित जनो का आभार वरिष्ठ शिक्षक विवेक कुमार सिंह के द्वारा किया गया।
उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से महावीर प्रसाद जांगिड़ कुलदीप वैष्णव रामजीत चौधरी नेमीचंद मीणा सुरेश प्रजापति जितेंद्र वर्मा नेहा गुप्ता सहित रीजनल कॉलेज के इंटर्न सहित विद्यालय के समस्त विद्यार्थी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।