एसीबी ने फिर कसा शिकंजा, परिवहन दस्ते की आकस्मिक चैकिंग की, मिली चालान से ज्यादा राशि, इंस्पेक्टर व दो गार्ड डिटेन

एसीबी ने फिर कसा शिकंजा, परिवहन दस्ते की आकस्मिक चैकिंग की, मिली चालान से ज्यादा राशि, इंस्पेक्टर व दो गार्ड डिटेन
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भीलवाड़ा बीएचएन। ट्रक चालक से एसीबी मुख्यालय के टोलफ्री नंबर पर मिली भ्रष्टाचार की शिकायत पर स्थानीय एसीबी टीम ने भीलवाड़ा परिवहन विभाग के उडऩदस्ते की आकस्मिक चैकिंग कर दस्ते से राशि कब्जे में ली, जो चालान राशि से अधिक थी। ऐसे में एसीबी ने परिवहन दस्ते के एक इंस्पेक्टर व दो गार्डों को डिटेन कर लिया। दस्ते के पास मिली राशि की तस्दीक व डिटेनशुदा इंस्पेक्टर व गार्डों से एसीबी पूछताछ कर रही है। उधर, इस कार्रवाई के बाद एक बार फिर परिवहन विभाग में हडक़ंप मच गया।

एसीबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को ट्रक चालक ने एसीबी मुख्यालय, जयपुर से जारी टोल फ्री नंबर 1064 पर कॉल कर सूचना दी कि भीलवाड़ा बाइपास स्थित पुर ओवरब्रिज के नीचे परिवहन विभाग के दस्ते ने उसके ट्रक को रुकवाकर ओवर हाइट एंड ओवरलोड बताकर दस हजार रुपये की मांग की। एसीबी सूत्रों का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह मामला ट्रेप के आशय का होने से एसीबी ने ट्रैप के हिसाब से परिवादी ट्रक चालक से संपर्क किया। एसीबी टीम जब उक्त चालक के पास पहुंची तो परिवादी ने कहा कि परिवहन दस्ते ने उसके वाहन के कागजात ले लिये और दस हजार रुपये की मांग कर रहे थे, लेकिन दस हजार रुपये लिये नहीं, लेकिन वाहन के कागज लेकर दस्ता वहां से चला गया। इस पर एसीबी ने परिवादी से रिपोर्ट देने को कहा।

ट्रक चालक ने रिपोर्ट लिखकर एसीबी को दी, तभी परिवहन दस्ता पुन: वहां लौट आया। एसीबी ने परिवहन दस्ता की गतिविधि संदिग्ध लगने और अवैध वसूली कर प्राप्त की गई राशि दस्ते के पास होने की आशंका पर एसीबी मुख्यालय से परमिशन प्राप्त कर परिवहन विभाग के वाहन व दस्ते की आकस्मिक चैकिंग की गई तो परिवहन दस्ते के पास चालान के रूप में जो निर्धारित कैश होना चाहिये, उससे कुछ राशि ज्यादा मिली है। एसीबी एएसपी ने बताया कि इस मामले में कार्रवाई की जाकर रिपोर्ट पेश की जायेगी। सूत्रों का कहना है कि परिवहन दस्ते के पास 32 हजार से ज्यादा की राशि मिली। एसीबी ने जांच की तो मात्र नौ हजार रुपये की रशीदें ही कटी हुई मिली। एसीबी ने परिवहन दस्ते से जब अतिरिक्त मिली राशि के बारे में पूछा गया तो इनका कहना था कि वे यह राशि रसीदों की राशि जमा कराने के लिए घर से लाये थे। एसीबी का कहना है कि फिल्हाल दस्ते के पास मिली अतिरिक्त राशि के बारे में पूछताछ की जा रही है। इसके बाद ही स्थिति साफ हो पायेगी कि अधिक मिली राशि सरकारी है या अवैध रूप से वसूली गई। उधर, एसीबी की इस कार्रवाई के बाद परिवहन विभाग में हडक़ंप मचा हुआ है। बता दें कि इससे पूर्व भी एसीबी की अजमेर टीम इसी तरह की कार्रवाई कर चुकी है।

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