धूं-धूंकर जला रावण,सत्य की हुई जीत, , एक मिनट ही खाक हो गया रावण का अभिमान
भीलवाड़ा। रावण दहन का मुख्य आयोजन तेजाजी चौक मैदान में हुआ। रावण दहन के पहले राम-रावण युद्ध का मंचन हुआ। प्रभु श्रीराम के धनुष से तीर छूटते ही असत्य व अधर्म के प्रतीक रावण का दंभ चूर हो गया और धूं-धूं कर जलने लगा। सत्य की जीत के साथ खचाखच भरा मैदान जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा। युद्ध के बाद भगवान राम का जैसे वाण रावण की नाभि में लगा, अंहकार रुपी रावण धूं-धूं कर जलने लगा। आतिशबाजी के बीच रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण के पुतले कुछ ही पल में जलकर खाक हो गये। इस मौके पर लोगों ने रावण दहन का लुत्फ उठाया।
भीलवाड़ा नगर निगम की ओर से तेजाजी चौक दशहरा मैदान में बनाया गया 51फीट का रावण महज 51सेकेंड में जलकर खाक हो गया। इस मौके पर रावण दहन को देखने के लिए बड़ी संख्या में आए लोगों को निराशा हाथ लगी।
शनिवार को विजयादशमी के अवसर पर नगर निगम द्वारा पांच स्थानों पर रावण दहन का आयोजन किया गया। मुख्य रावण दहन कार्यक्रम तेजाजी चौक दशहरा मैदान में हुआ। इस बार रावण की हाइट 51फीट की थी, लेकिन रावण को दहन होने में महज 51सेकेंड का समय भी नहीं लगा। इससे पूर्व कुंभकर्ण, मेघनाथ समेत दशानन के अन्य परिवार के सदस्यों के भी पुतलों का दहन किया गया। रावण दहन से पूर्व और दहन के बाद आतिशबाजी में भी लोगों को कुछ खास आनंद नहीं आया।
शनिवार शाम संध्या आरती के बाद शहर में पांच स्थानों पर रावण दहन किया गया। इस दौरान मुख्य रावण दहन कार्यक्रम तेजाजी चौक में चबूतरे पर 51फीट के रावण के पुतले का दहन हुआ। रावण के दोनों ओर कुंभकर्ण व मेघनाथ के 35-35 फीट के पुतले, लंका द्वार, दो-दो शेर, हिरण व हाथी के पुतले बनाए गए।
चौक पहुंचा। जहां राम ने अहंकारी रावण की नाभि में तीर चला उसके अहंकार का चंद पलों में दहन कर बुराई अच्छाई का संदेश दिया। रावण दहन से पहले रामलीला के कलाकारों द्वारा राम रावण युद्ध का मंचन किया। रावण वध के साथ ही प्रभु श्री राम के जयकारे गूंजे।
भीलवाड़ा में लेबर कॉलोनी, सांगानेर, पुर, टंकी की बालाजी में भी रावण दहन का कार्यक्रम हुआ। लेबर कॉलोनी में रावण दहन के दौरान जमकर आतिशबाजी की गई। दूसरी ओर जिले के गुलाबपुरा कस्बे में सबसे बड़ा रावण का पुतला दहन किया गया। दर्शकों ने बुराई के प्रतीक रावण दहन का जमकर लुफ्त उठाया। पर्व की परंपरा को निभाते हुए लोगों ने एक दूसरे से गले मिल कर विजयदशमी की बधाई दी।अग्रवाल समाज द्वारा संध्या आरती के बाद रावण दहन कार्यक्रम आयोजित हुआ