शाहपुरा जिला समाप्त होने पर बनेड़ा, कोटड़ी, रायला व मांडलगढ क्षेत्र के लोगों में खुशी
भीलवाड़ा । मुख्यमंत्री भजनलाल द्वारा आज भीलवाड़ा जिले से अलग हुए शाहपुरा जिले को समाप्त कर देने से कोटड़ी, बनेड़ा और रायला के साथ ही अन्य गांवों व कस्बों के लोगों में हर्ष की लहर फैल गई। इन कस्बों के लोगों ने पहले भी भीलवाडा जिले में ही रहने को लेकर कई दिनों धरना दिया, बाजार बन्द रखे। आज इनकी मांग पूरी हुई तो वे खुशी झूमते नजर आये और कुछ जगह तो आतिशबाजी भी की गई। वहीं शाहपुरा विधायक के दावे की हवा निकल गई।
भजनलाल केबिनेट ने आज कांग्रेस के गहलोत शासन में बनाए गए तीन संभागों के साथ ही शााहपुरा सहित नौ जिलों को समाप्त कर दिया। ये समाचार जैसे ही बनेड़ा, कोटडी और रायला के साथ ही अन्य गांवों में पहुंचा तो वहां हर्ष की लहर छा गई।
बनेड़ा के वरिष्ठ भाजपा नेता लक्ष्मीलाल सोनी ने कहा कि हम तो पहले ही भीलवाड़ा में रहना चाहते थे और इसके लिए 19 दिन तक धरना दिया और कई दिनों तक कस्बा भी बन्द रहा लेकिन कांग्रेस राज में हमारी मांग नहीं मानी गई। आज उन्हें यह खबर सुनकर काफी खुशी हो रही है कि आखिर भाजपा में राज में उनकी सुनी गई और शाहपुरा जिले को समाप्त कर दिया गया।
कोटड़ी के वरिष्ठ समाजसेवी सुदर्शन गाडोदिया ने कहा कि कोटड़ी के लोग पहले भी शाहपुरा से भीलवाड़ा जिले में रहने की मांग को लेकर कस्बा बन्द कर चुके और कई बार ज्ञापन भी दिये। उन्होंने कहा कि कोटडी का संपर्क भीलवाड़ा से सीधा है। शाहपुरा जिला बनाने से उन्हें काफी परेशानियां हो रही थी। अब कोटड़ी क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी।
इसी तरह रायला के लोगों ने भी शाहपुरा जिला समाप्त करने पर खुशी का इजहार किया है। इसी तरह मांडलगढ क्षेत्र के कई गांवों के लोगों में भी हर्ष है जिन्हें शाहपुरा में शामिल किया गया था।
दूसरी ओर शाहपुरा क्षेत्र के विधायक ने कई बार कहा था कि वे किसी भी कीमत पर शाहपुरा जिला समाप्त नहीं होने देंगे लेकिन ........