लव जिहाद के खिलाफ भीलवाड़ा ऐतिहासिक बन्द रहा

लव जिहाद के खिलाफ भीलवाड़ा ऐतिहासिक बन्द रहा
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भीलवाड़ा । लव जिहाद के खिलाफ भीलवाड़ा में सोमवार को ऐतिहासिक शांतिपूर्ण बन्द रहा है। बन्द के दौरान चाय पान की थडिय़ां तो क्या बाहरी कॉलोनियों की गली मौहल्लों की दुकानें भी नहीं खुली। बन्द समर्थक वंदे मातरम और जय श्री राम के नारे लगाते हुए शहर के मुख्य बाजारों में ही नहीं गली मौहल्लों में भी घूमते रहे। बन्द को देखते हुए पुलिस लगातार गश्त करती रही। महिलाओं पर अत्याचार और दुराचार के साथ ही धर्म परिवर्तन के प्रयास के विरोध में बड़ी आक्रोश रैली निकालकर चेतावनी दी गई कि हिंदू महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही पुलिस प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी रखी।

भीलवाड़ा हाल ही में दो लव जिहाद की घटनाएं सामने आई थी। इसे लेकर लोगों में आक्रोश भड़क उठा और इससे पूर्व बिजयनगर में हुई घटना से भी लोग व्यवथित है। इन घटनाओं के चलते संत समाज भी आन्दोलन की राह पर खड़ा हो गया। हिंदू संगठनों और संत महंतों की अगुवाई में सम्प्रदाय विशेष के लव जिहाद के खिलाफ सोमवार को भीलवाड़ा बन्द रखा गया।


आक्रोश सभा

आक्रोश सभा की शुरूआत हनुमान चालीस पाठ से हुई। सभा में महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन, बाबूगिरी महाराज, बनवारी शरण काठिया बाबा सहित अन्य संत महंत मौजूद थे।

महाण्डलेश्वर हंसराम महाराज ने कहा कि लव जिहाद के खिलाफ सीबीआई की जांच होनी चाहिए ताकि ऐसे मामले में लिप्त सफदेपोश लोगों के चेहरे भी सामने आ सके। उन्होंने लव जिहाद के लिए नाबालिगों का सहारा लिया जा रहा है। इनके खिलाफ भी कड़ी सजा दी जाये। एक अन्य संत ने कहा कि यूपी की योगी सरकार की तरह राजस्थान सरकार को भी बुलडोजर चलाना चाहिए ताकि अपराधियों में भय व्याप्त हो सके । सभा को निम्बार्क आश्रम के बनवारी शरण महाराज ने सम्बोधित करते हुए कहा कि हम सभी को एकजुट होकर लव जिहाद के खिलाफ जवाब देने की जरूरत है।

बजरंद दल के गणेश प्रजापत ने कहा कि लव जिहाद के खिलाफ सभी को जागरूक होना होगा। सभा में इस बात पर भी जोर दिया गया कि हमारे मौहल्ले में कौन आ रहा है, हमारे मौहल्ले में दूध कौन ला रहा है, ड्राईवर कौन है और घर में नल बिजली ठीक करने कौन आ रहा है।



टोलियां बनाकर कराया बन्द

भीलवाड़ा में सोमवार सुबह से ही हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता विभिन्न स्थानों पर एकत्रित हुए और टोलियां बनाकर अपने अपने क्षेत्र के इलाकों की दुकानों और प्रतिष्ठानों को बन्द करवा दिया। खुली हुई कुछ दुकानों को हाथों हाथ बन्द कराया गया। खास बात यह रही कि शहर की बाहरी कॉलोनियां पटेल नगर, बीलिया, पुर, सिंदरी का बालाजी के साथ ही अन्य इलाकों में आज एक भी दुकान खुली हुई नजर नहीं आई। पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ था सिर्फ आवाज सुनाई दे रही थी तो वंदे मातरम और जय श्रीराम के उद्घोषों की।

यह भी रहे बन्द

लव जिहाद को लेकर हर कोई आक्रोशित नजर आया और इसी का परिणाम रहा कि आज टेक्सटाईल मार्केट, पेट्रोल पम्प, चाय पान की थडिय़ां, खाने पीने की होटलें भी नहीं खुली और मेडिकल स्टोर भी 11 बजे तक बन्द रहे। इसके चलते लोग चाय पानी के लिए भी तरसते नजर आये। दिहाड़ी श्रमिक और बाहर से आने वाले लोग खाने पीने के लिए इधर उधर भटकते रहे। बन्द के दौरान बड़े उद्योग भी आधे दिन बन्द रहे ।

रैली निकाली

महिलाओं पर व्यभ्याचार और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने को लेकर हिंदू संगठनों और बन्द समर्थकों ने हजारों की संख्या में रैली निकाली। रैली दूदाधारी गोपाल मंदिर से प्रारंभ होकर बड़ा मंदिर, भीमगंज थाना, गोल प्याऊ चौराहा होते हुए बजरंगी चौराहा (सूचना केन्द्र) पहुंच कर आक्रोश सभा में बदल गई। रैली के दौरान बन्द समर्थक जयघोष लगाते हुए चल रहे थे। शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई यह रैली सूचना केन्द्र पहुंची जहां आक्रोश सभा में बदल गई।



लव जिहदा झांकी रही चर्चा में

बन्द के दौरान लव जिहाद से जुड़ी एक झांकी भी निकाली गई। जिसे बाद में आक्रोश सभा के यहां खड़ा रखा। वहां भी यह चर्चा का विषय बनी। इस झांकी उद्देश्य लोगों लव जिहाद के प्रति जागरूकता लाना था।

पुलिस रही मुस्तैद

बन्द को देखते हुए पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र यादव के नेतृत्व में पुलिस के आला अधिकारी, थाना प्रभारी और पुलिसकर्मी मुस्तैद रहे। इसके चलते कहीं कोई घटना नहीं हुई। इक्का दुक्का जगह से अफवाह की खबर जरूर आई लेकिन वह झूंठी निकली।

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