भीलवाड़ा के युवक से छत्तीसगढ़ में बर्बरता, करंट देकर नाखून उखाड़े;
भीलवाड़ा जिले के कानिया गांव के दो भाइयों के साथ छत्तीसगढ़ में काम के दौरान अमानवीय अत्याचार किए जाने का मामला सामने आया है। आइसक्रीम के ठेले पर काम करने गए युवक से एडवांस मांगे जाने पर मालिक ने उसे बंधक बनाकर बर्बरता की हदें पार कर दीं। युवक को करंट देने, प्लायर से नाखून उखाड़ने और बेरहमी से पीटने की घटना का वीडियो भी सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है
जानकारी के मुताबिक, कानिया गांव निवासी अभिषेक भांबी और उसके भाई विनोद कुमार भांबी रोजगार की तलाश में छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर गए थे। वे वहां छोटू गुर्जर (भैरूखेड़ा, शंभुगढ़ निवासी) और मुकेश शर्मा (चित्तौड़गढ़ निवासी) की आइसक्रीम दुकान पर काम करते थे। अभिषेक ने गाड़ी की किश्त भरने के लिए 20 हजार रुपये एडवांस मांगे, तो मालिकों ने पैसे देने से मना कर दिया और वापस जाने पर उसे कमरे में बंद कर बंधक बना लिया।
इसके बाद युवक को पाइपों, लात-घूंसों से पीटा गया, करंट लगाया गया और प्लायर से उसके नाखून उखाड़ दिए गए। युवक जैसे-तैसे भागकर अपने गांव लौटा और परिजनों को घटना की जानकारी दी। वर्तमान में वह बिस्तर पर पड़ा है और उठने की हालत में नहीं है।
गुलाबपुरा थाना प्रभारी हनुमान चैधरी ने बताया कि यह घटना दूसरे राज्य की होने के कारण हमने जीरो नंबर की एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर की मेल कॉपी कोरबा के पुलिस अधीक्षक को भेजी जा चुकी है और हार्ड कॉपी भी प्रेषित की जा रही है। पीड़ित युवकों को मेडिकल के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए। जैसे ही वे आएंगे, मेडिकल करवाकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ित युवक अभिषेक भांबी ने बताया कि हम छत्तीसगढ़ के कोराबा शहर में आइस्क्रीम को काम करने गए थे। मेरी गाड़ी की किश्त होने के कारण मैंने मालिक से 20 हजार रुपये एडवांस मांगे तो उन्होंने देने से मना कर दिया। इस पर मैंने वापस गांव जाने की बात कही तो उन्होंने मुझसे मारपीट शुरू कर दी। मेरे करंट लगाकर मेरे नाखूनों को भी प्लायर से खींचा। उसके साथ काम करने गए विनोद कुमार भांबी ने कहा कि हम दोनों भाई काम करने गए थे और मेरे भाई की किश्तें बकाया चल रही थी। जिस पर उसने दुकान मालिक से रुपये मांगे तो उसके साथ अमानवीय अत्याचार किया।
घायल युवक की मां लीला देवी ने कहा कि मेरे बेटे को करंट लगाया, जिसका वीडियो भी बनाया हुआ है। किसी ने प्लायर से नाखून खींचे तो कोई उसको पाइप से मार रहा था। यह किसी भी मां के लिए असहनीय दर्द है। मुझे इस मामले में न्याय चाहिए। वहीं, परिजन शंकर लाल मेघवंशी ने कहा कि हम गुलाबपुरा थाने में मामला दर्ज करवाने गए, मगर उन्होंने हमारी कोई सुनवाई नहीं की और हमको धमकी देकर भगा दिया। इसके साथ वह समझौता करने के लिए भी हम पर दबाव डाल रहे हैं।