तांत्रिक को जूते पड़े तो बोला हां मैंने की थी चोरी, ग्रामीणों ने ठग को झांसे में रखकर फिर बुलाया गांव

भीलवाड़ा (हलचल )मांडल थाना अंतर्गत माली खेड़ा ग्राम में कुछ समय पहले मांडलगढ़ क्षेत्र के तांत्रिक ने हवन कीर्तन के नाम पर जलसा देकर करीब 3 लाख के आभूषण चुरा लिए थे इसी तांत्रिक को झांसे में रखकर फिर गांव के एक व्यक्ति ने हवन कीर्तन के नाम पर बुलाकर ग्रामीणों ने पीटा था उसने पहले की चोरी की वारदात को कबूल कर लिया।
माली खेड़ा गांव के एक व्यक्ति ने मांडलगढ़ (भीलवाड़ा) के लाड़पुरा गांव निवासी तांत्रिक दिलखुश सुथार को अप्रैल में अपने घर में सुख-शांति और आर्थिक उन्नति के लिए पूजन करने के लिए बुलाया था। हवन के दौरान तांत्रिक ने व्यक्ति से गले में पहना सोने का मांदलिया और रामनामी (गहने 3 तोला) को खोलकर सफेद कपड़े में बांधने को कहा।
इसके बाद पोटली को गेहूं में रखने के लिए कहा। यह भी कहा कि इसे एक महीने बाद निकालना। घर में शांति रहेगी और आर्थिक उन्नति होगी। परिवार ने ऐसा ही किया।
एक महीने बाद परिवार ने गेहूं में पोटली को तलाशा तो सिर्फ कपड़ा मिला, गहने गायब थे। तांत्रिक को फोन किया तो उसने रिसीव नहीं किया। इस पर परिवार को शक हुआ।
आरोपी तांत्रिक ने परिवार को ज्वेलरी दे दी। थाने में केस दर्ज नहीं कराया गया है। वीडियो 22 मई का है। सोमवार को वीडियो सामने आया।
आरोपी तांत्रिक ने परिवार को ज्वेलरी दे दी। थाने में केस दर्ज नहीं कराया गया है। वीडियो 22 मई का है। सोमवार को वीडियो सामने आया।
तांत्रिक के फ्रॉड की बात गांव वालों को पता चली तो उन्होंने उसे दबोचने का प्लान बनाया। गांव के ही दूसरे व्यक्ति ने उसे कॉल किया और कहा कि घर में शांति पूजन कराना है। तांत्रिक झांसे में आ गया और दोबारा 22 मई को गांव में पहुंच गया। इस दौरान पीड़ित परिवार और ग्रामीणों ने उसे घेरकर दबोच लिया। तांत्रिक को जंजीर से बांधकर पीटा। तब उसने चोरी की वारदात कबूल की।
वीडियो में नजर आ रहा है कि लोग तांत्रिक को जंजीर से बांधकर गांव में घुमा रहे हैं। तांत्रिक ने गांव वालों को बताया- ज्वेलरी एक दोस्त को बेच दी। इस पर दोस्त को बुलाकर गहने बरामद कर लिए गए।गांव वालों ने आरोप लगाया- तांत्रिक ने कई लोगों को ठगा है। उसने अपने साथी सुनार को भी कई लोगों से ठगे चोरी के गहने बेचे हैं।मांडल थाना इंचार्ज राजपाल सिंह ने बताया- ऐसी घटना सामने आई है। हालांकि तांत्रिक और पीड़ित परिवार का समझौता हो गया। उन्होंने शिकायत नहीं दी।