महेश नवमी पर निकली शोभायात्रा : रामेश्वरम में 18 हजार माहेश्वरी जनों ने महाप्रसादी में झूंठा नहीं छोड़ने का लिया संकल्प
भीलवाड़ा । माहेश्वरी समाज ने आज अपना उत्पत्ति दिवस, महेश नवमी, पूरे धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया। शाम को चित्रकूट धाम से एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसके बाद रामेश्वरम में महासंगम का आयोजन हुआ। शोभायात्रा संकट मोचन बालाजी मंदिर, एलएनटी रोड, मुरली विलास रोड, स्टेशन चौराहा, सिटी कोतवाली, सरकारी दरवाजा, गोल प्याऊ चौराहा, बालाजी मार्केट, सूचना केंद्र, अप्सरा होटल के बाहर से होते हुए राजीव गांधी सर्किल, संकट मोचन हनुमान मंदिर से वापस चित्रकूट धाम पहुंची। शोभायात्रा में सजे हुए घोड़े, विभिन्न बैंड और आकर्षक झांकियां विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र रहीं। भक्तों ने पूरे रास्ते भजन-कीर्तन करते हुए भगवान महेश की आराधना की।
श्रीनगर माहेश्वरी सभा के तत्वावधान में माहेश्वरी समाज वंशोत्पति दिवस महेश नवमी पर बुधवार शाम चित्रकुट धाम से शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद शामिल हुए समाजजनों की संख्या से सामाजिक की मिसाल कायम हुई। शोभायात्रा मे झांकियों के माध्यम से पानी बचाने व स्वच्छता का संदेश दिया । चौराहों पर बड़े ड्रोन से गुलाब के फूलों से बारिश की गई। जय महेश के उद्घोष के बीच शोभा यात्रा का मानो भीलवाड़ा के माहेश्वरी जनों ने स्वागत करने में पलक पावड़े बिछा दिये। जिसमें पुरुष व महिलाऐं ड्रेस कोड सफेद वस्त्र व पीली साड़ी में एक जैसी नजर आ रही थी। सूचना केंद्र पर नगर माहेश्वरी युवा संगठन द्वारा भव्य है स्वागत किया गया। महोत्सव संयोजक राधेश्याम सोमानी ने बताया कि शाम 4.30 बजे शोभायात्रा चित्रकुट धाम से रवाना होकर संकट मोचन बालाजी मंदिर, एलएनटी रोड़ से मुरली विलास पहुंचेगी वहां से स्टेशन चौराया, सिटी कंट्रोल रूम के बाहर होती हुई सरकारी दरवाजे से गोल प्याऊ चौराहा, बालाजी मार्केट होते हुए सूचना केंद्र पहुंच कर अप्सरा होटल के बाहर से राजीव गांधी सर्किल से नेताजी सुभाष मार्केट होते हुए गोल प्याऊ चौराहा से संकट मोचन हनुमान मंदिर होते हुए पुनः चित्रकूट धाम में सम्पन्न हुई। जहां भगवान महेश का प्रसाद वितरण किया गया। शोभायात्रा मुख्य प्रभारी सुभाष बाहेती ने बताया कि शोभायात्रा के प्रारंभ में घोड़ी, बैंड बाजे, मंदसौरी ढोल, कच्ची घोड़ी, माहेश्वरी महिला मंडल का बैंड, राम दरबार की झांकी, शिवजी भगवान की झांकी, शिव दरबार की झांकी, पर्यावरण की झांकी, ऑपरेशन सिंदूर की देशभक्ति से ओत प्रोत झांकी मुख्य आकर्षण रही जो शोभायात्रा को चार चांद लगा रहे थे। शोभायात्रा मुख्य प्रभारी लोकेश आगाल एवं मुकेश चेचाणी ने बताया की शोभा यात्रा में बुजुर्गों एवं बच्चों के लिए ई-रिक्शा की व्यवस्था भी की गई है। शोभा यात्रा मार्ग में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर जल व्यवस्था की गई है। शोभायात्रा मार्ग पर लगभग 101 स्वागत द्वार लगाए गए है। सभाध्यक्ष केदार गगरानी ने बताया कि शोभायात्रा का जगह-जगह विभिन्न क्षेत्रिय सभाओं द्वारा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। शोभायात्रा सुभाष मार्केट में पहुंची तो जय महेश के उद्घोष से शहर गुंजायमान हो उठा। सहसंयोजक सुरेश बिरला ओर केजी राठी बताया कि शोभायात्रा में राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप काबरा, रामपाल सोनी, प्रदेशाध्यक्ष राधेश्याम चेचाणी, कैलाश कोठारी, श्रीगोपाल राठी, सत्येन्द्र बिरला, ओम गटयाणी, अशोक बाहेती, प्रदीप बल्दवा, सुशील मरोटिया, राधाकिशन सोमानी, केदार गगरानी, संजय जागेटिया, महोत्सव संयोजक राधेश्याम सोमाणी आदि पदाधिकारी आगे चल रहे थे। शोभायात्रा में ममता मोदानी, शिखा भदादा, सीमा कोगटा, प्रिती लोहिया, भारती बाहेती, सुमन सोनी, सोनल माहेश्वरी आदि सैंकड़ों महिलाओं को केसरिया साफा पहनाया गया जो आकर्षण का केन्द्र रहा। संगठन मंत्री प्रमोद डाड़ ने बताया कि महेश नवमी के अवसर पर प्रातः 5.30 बजे गोपालद्वारा मंदिर में भगवान शंकर का महाअभिषेक विधि-विधान पूर्वक किया गया। एंव युवा संगठन के नेतृत्व मे शहर के 16 मंदिरों में भगवान महेश का महाभिषेक किया गया। इसके बाद प्रातः 9.15 बडा मंदिर चारभुजा नाथ को शांतिलाल, सत्यनारायण, संजय व रीना डाड परिवार द्वारा चारभुजानाथ को छप्पनभोग लगाया गया। समाज के अभिजीत शारडा, महावरी समदानी, प्रहलाद नुवाल, दिनेश पेड़ीवाल, गोपाल नरानीवाल, बबलू लाहोटी, मनोहर अजमेरा, कैलाश ईनाणी, मनोज नवाल, विनय माहेश्वरी, सहित कई समाजजन व्यवस्था में लगे थे।
शोभा यात्रा में स्वच्छता, बेटी बचाओ, नशामुक्ति व एकता का संदेश दिया
शोभायात्रा के माध्यम से माहेश्वरी समाज ने सभी समाजों को स्वच्छता का, बेटी बचाओ, नशामुक्ति व समाज की एकता व भ्रूण हत्या रोकने का विशेष संदेश दिया जो एक शोभायात्रा के उद्देश्यों को सफल बनाता है। महिलाओं द्वारा बेटी बचाओं, नशा मुक्ति व एकता के नारे लगाये जा रहे थे।
रामेश्वरम पहुंचने के लिए लगाई 8 बसें
नगर सभा ने शहर के अलग-अलग स्थानों पर महाप्रसादी स्थल रामेश्वरम पहुंचने के लिए 8 निःशुल्क बसें लगाई। इन बसों से समाजजनों को रामेश्वरम ले जाया गया तथा वापस उसी जगह छोड़ा गया। महोत्सव को लेकर शहर के प्रमुख चौराहे सजाए गए।
महाप्रसाद व स्नेहभोज में 18000 स्वजन सम्मिलित हुए
18 दिवसीय महेश नवमी महोत्सव के अन्तिम शाम को रामेश्वरम में 18 हजार माहेश्वरियों की महाप्रसादी हुई। महाप्रसादी में झूठा नहीं छोड़ने की पहल के साथ ही डिस्पोजल रहित रखकर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया। 22 काउंटरों से करीब एक हजार कार्यकर्ताओं ने समाजजनों के साथ ही अतिथियों को पकवान परोसकर की। शहर के विभिन्न क्षैत्रों में 8 बसों एवं सैंकड़ों व्यक्तिगत वाहनों से समाज के स्नेहमिलन व महाप्रसाद में सम्मिलित हुए।