रायपुर थानाधिकारी पर मामले को दबाने का आरोप, डीजीपी व एडीजीपी से की शिकायत, सीआईडी सीबी से जांच की रखी मांग

रायपुर/भीलवाड़ा ।रायपुर थाने के कोशीथल गांव के किशन सालवी के सुसाइड करने के मामले में रायपुर थाना प्रभारी सुरेंद्र गोदारा पर मामले को दबाने का आरोप लगाया गया है। इन्हीं आरोपों को लेकर बुधवार को पीयूसीएल की राष्ट्रीय अध्यक्ष कविता श्रीवास्तव के नेतृत्व में डीजीपी डॉ. रविप्रकाश मेहरड़ा और एडीजीपी (अपराध) दिनेश एमएन को शिकायत देकर किशन सालवी सुसाइड मामले में त्वरित जांच कर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की मांग की गई।
शिकायत में बताया कि राज्य में एक गिरोह युवाओं के साथ धोखाधड़ी कर रहा है। इस गिरोह के लोग ब्लैक मनी को व्हाइ्ट करने का काम कर रहे है, जिसे रेड एंड ग्रीन नाम दे रखा है। इस गिरोह द्वारा प्रदेश में युवाओं को जाल में फंसाकर धोखाधड़ीपूर्वक उनसे रुपए ऐंठे जा रहे हैं।
इसी गिरोह से तंग आकर किशन सालवी ने 4 फरवरी 2025 को आत्महत्या कर ली। किशन ने सुसाइड नोट में लिखा कि इस गिरोह के ओमप्रकाश व उसके दो बेटे चंदन व मुकेश आदि ने उसके साथ धोखाधड़ी की और उसे मरने पर मजबूर किया। उन्होंने कहा कि किशन ने सुसाइड नोट व डायरी में आरोपियों के नाम, उनके नंबर व आत्महत्या के कारण के बारे में लिखा। इस मामले में रायपुर पुलिस द्वारा अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
इस दल ने ज्ञापन के माध्यम मांग की कि मामले में जांच अधिकारी बदलकर सीआईडी/सीबी से जांच कराने, जांच में एससी/एसटी एक्ट को शामिल करने, जांच टीम में बैंकिंग व साइबर एक्सपर्ट शामिल करने, आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने, उनके बैंक खातों को तुरंत सीज करने व त्वरित जांच कर संबंधित न्यायालय में चालान पेश करने की मांग की।
कविता श्रीवास्तव ने बताया कि डीजीपी डॉ. रविप्रकाश मेहरड़ा ने भीलवाड़ा एसपी को पत्र भेजकर त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए, साथ की फाइल को जयपुर मंगवाने के आदेश दिए है। उन्होंने कहा कि एडीजीपी दिनेश एमएन ने माना कि किशन के साथ धोखाधड़ी हुई है, उन्होंने कहा कि वे उसके सुसाइड करने के कारणों की गहनता से जांच करवायेंगे। उन्होंने भीलवाड़ा एसपी से बात कर जांच को त्वरित आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया।
इस दौरान पीयूसीएल की राष्ट्रीय अध्यक्ष कविता श्रीवास्तव, सीडीआर के उपनिदेशक एडवोकेट चंदा लाल, दलित आदिवासी एवं घुमंतू अधिकार अभियान राजस्थान के प्रदेश संयोजक एडवोकेट तारांचद वर्मा, पीयूसीएल के जिला सचिव डॉ. नवीन नारायण, पीयूसीएल के भीलवाड़ा जिलाध्यक्ष राकेश शर्मा, स्व. किशन सालवी की पत्नी शीतल बुनकर व लखन सालवी सहित कई लोग मौजूद थे।
