सड़कों पर घूमते पशुओं से दुर्घटनाओं का खतरा, नगर निगम से तत्काल कार्रवाई की मांग
भीलवाड़ा (सम्पत माली)। राजस्थान के प्रमुख औद्योगिक शहर भीलवाड़ा में बेसहारा पशुओं की बढ़ती संख्या ने शहरवासियों के लिए एक गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है। नेहरू रोड, श्री गेस्ट हाउस चौराहा और हरीशेवा धर्मशाला के आसपास के इलाकों में गायों और अन्य छुट्टा जानवरों का जमावड़ा न केवल यातायात व्यवस्था को बाधित कर रहा है, बल्कि दुर्घटनाओं का कारण भी बन रहा है।
लोगों का कहना है, "रोज सुबह ऑफिस जाते समय नेहरू रोड पर 15-20 गायें सड़क के बीच में बैठी मिलती हैं। कई बार तो लगता है कि दुर्घटना हो जाएगी।" उनकी तरह कई अन्य शहरवासी भी इस समस्या से परेशान हैं।
वाहन चालक सुनील कुमार बताते हैं, "खासकर शाम के समय जब ट्रैफिक ज्यादा होता है, तो ये पशु अचानक सड़क पर आ जाते हैं। पिछले दिन ही मेरे दोस्त की बाइक एक गाय से टकराने से बची थी।"
दुर्घटनाओं का बढ़ता खतरा
पिछले महीनों में बेसहारा पशुओं के कारण छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। हालांकि अभी तक कोई बड़ी जानहानि नहीं हुई है, लेकिन स्थिति चिंताजनक है।
स्थानीय व्यापारियों की चिंता
श्री गेस्ट हाउस चौराहे पर दुकान चलाने वाले मोहन लाल बताते हैं, "ये पशु हमारी दुकानों के सामने गंदगी फैलाते हैं और ग्राहकों को परेशानी होती है। कई बार तो सब्जी-फल भी खा जाते हैं।"
नागरिकों की मांग
लोगों ने इस समस्या के लिए नगर निगम को कई बार शिकायत की है। लेकिन इस समस्या का स्थायी समाधान निकला है । बेसहारा पशुओं को तुरंत पकड़कर उचित स्थान पर भेजा जाना चाहिए।"
भीलवाड़ा जैसे व्यावसायिक शहर में यह समस्या न केवल यातायात व्यवस्था को प्रभावित कर रही है, बल्कि शहर की छवि पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल रही है। शहरवासियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए इस समस्या का तत्काल समाधान आवश्यक है।