भीलवाड़ा में गड्ढों में समाया विकास: बारिश से बेहाल शहर, बेबस नागरिक और बेजान सरकारें
भीलवाड़ा । बारिश ने एक बार फिर शहरी प्रशासन की पोल खोल दी है। हर बरसात के साथ शहर की सड़कें बह जाती हैं, नगर निगम की संवेदनहीनता उजागर होती है, और सरकार की कथित विकास नीतियों की हवा निकल जाती है।
भीलवाड़ा की सड़कों पर फैले जलजमाव और टूटी सड़कों की तस्वीरें चीख-चीख कर बता रही हैं कि हमारे शहरों का विकास 'गड्ढों' में हो रहा है। बारिश के बाद भीलवाड़ा की सड़कों की हालत सोशल मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया तक सुर्खियों में है। शहर में जिला अस्पताल, टंकी के बालाजी वाला रोड, मंगल मूर्ति चौराहा सुभाष नगर, अजमेर चौराहा, सब्जी मंडी, जेल चौराहा, परशुराम सर्किल, कृषि मंडी चौराहा और अन्य पॉश कॉलोनियों में पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। अब सोचिए उन उपेक्षित बस्तियों का क्या हाल होगा जो नगर निगम की नजर में सिर्फ वोट बैंक हैं। शहरवासी बेहाल हैं और सरकारों का रवैया उदासीन बना हुआ है।
