भीलवाड़ा में मेहरबान बादल: किसानों की मुरझाती फसल को मिला जीवनदान"

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@बारिश से बहने लगा सड़को पर पानी

@ "सुबह की बारिश ने दी किसानों को राहत, उम्मीदों की फसल फिर से लहलहाई"

@ भीलवाड़ा में झमाझम बारिश से खिल उठे चेहरे, गर्मी से भी मिली राहत

भीलवाड़ा (विजय गढ़वाल)। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार गुरुवार तड़के हुई तेज बारिश ने जिले के किसानों को नई उम्मीद और फसलों को जीवनदान दे दिया। कई दिनों से आसमान में बादल तो मंडरा रहे थे लेकिन बरसात न होने के कारण खेतों में बोई हुई फसलें सूखने की कगार पर पहुंच गई थीं। किसानों की आंखों में चिंता साफ झलक रही थी। हर सुबह वे आसमान की ओर निहारते, बादलों को देखकर मन ही मन दुआ करते कि जल्द ही बरसात हो और उनकी मेहनत बेकार न जाए।

गुरुवार की सुबह जब बूंदें टपकनी शुरू हुईं, तो मानो किसानों के सूखे दिल में हरियाली लौट आई। खेतों की प्यास बुझी और किसानों के चेहरे खिल उठे। जिलेभर में हुई अच्छी बारिश ने जहां सूखी जमीन को राहत दी है, वहीं किसानों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है। धान, मक्का, मूंग और सोयाबीन जैसी खरीफ फसलें इस बारिश की बाट जोह रही थीं। किसान बताते हैं कि अगर कुछ ही दिनों में बारिश नहीं होती, तो उनकी फसल पूरी तरह चौपट हो जाती और साल भर की मेहनत पर पानी फिर जाता।

गांवों में सुबह से ही खेतों का नजारा बदला-बदला दिखा। बच्चे और बड़े बारिश में भीगते हुए खुशी का इजहार करते नजर आए। खेतों में खड़े किसान आकाश की ओर हाथ उठाकर भगवान का धन्यवाद करते दिखे। किसान रामलाल गुर्जर का कहना है, “पिछले कई दिनों से चिंता में नींद उड़ गई थी। पानी की कमी से खेत सूख रहे थे। लेकिन आज की बारिश ने हमारी मेहनत को बचा लिया है। उम्मीद है आगे भी मौसम मेहरबान रहेगा।”

शहर में भी बारिश का असर साफ नजर आया। थोड़ी ही देर की बारिश में सड़कों पर पानी बहने लगा, जगह-जगह पर जलभराव की स्थिति भी बनती दिखी। लेकिन इसके बावजूद लोगों के चेहरे पर खुशी झलक रही थी क्योंकि गर्मी और उमस से राहत मिली है।

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