चित्तौड़गढ़ में ऑपरेशन में लापरवाही से कविता की मौत: परिजनों का प्रदर्शन

चित्तौड़गढ़ (हलचल)।
चित्तौड़गढ़ के राजकीय चिकित्सालय में हुए एक ऑपरेशन में कथित लापरवाही से महिला की मौत के बाद बुधवार को परिजनों ने चित्तौड़गढ़ में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद मृतका के परिवारजनों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर डॉ. निर्मला मेघवाल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। बाद में सदर थाना चित्तौड़गढ़ में रिपोर्ट दी।
प्रार्थना पत्र के अनुसार, गोवर्धन सिंह सागर सिंह बड़वा निवासी गढ़ पाछली, आमली (जिला भीलवाड़ा) ने बताया कि उनकी भांजी कविता कंवर, पत्नी नेपाल सिंह, का 22 जुलाई 2025 को चित्तौड़गढ़ के राजकीय चिकित्सालय में डॉ. निर्मला मेघवाल द्वारा सीजेरियन ऑपरेशन किया गया था।
परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने कविता कंवर के पेट में कपड़ानुमा पट्टी का गुच्छा छोड़ दिया, जिसके चलते धीरे-धीरे संक्रमण फैलता गया। महिला को लगातार पेट दर्द और सूजन की शिकायत रही।
जब स्थिति बिगड़ी तो परिजनों ने पहले चित्तौड़ ओर बाद में भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय में जांच करवाई, जहाँ अल्ट्रासाउंड में पेट में संक्रमण होने की आशंका जताई गई। इसके बाद कविता को उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। वहाँ जांच में स्पष्ट हुआ कि ऑपरेशन के दौरान छोड़ी गई कपड़ानुमा पट्टी ही संक्रमण और दर्द का कारण बनी थी।
लगातार बिगड़ती हालत के चलते महिला को फिर से भर्ती कराया गया, लेकिन 4 अक्टूबर 2025 को दोबारा ऑपरेशन करने के बाद भी उसकी स्थिति स्थिर नहीं हुई और अंततः 11 अक्टूबर 2025 को कविता कंवर की मौत हो गई।
परिजनों ने आरोप लगाया कि यदि डॉक्टर सावधानी बरततीं तो यह हादसा टल सकता था। उन्होंने कहा कि डॉक्टर की गंभीर चिकित्सकीय लापरवाही के कारण ही कविता की जान गई।
परिजनों ने मृतका को न्याय दिलाने की मांग को लेकर चित्तौड़गढ़ में प्रदर्शन किया और कहा कि जब तक दोषी डॉक्टर पर सख्त कार्रवाई नहीं होती, वे आंदोलन जारी रखेंगे।
सदर थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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