भीलवाड़ा हलचल ने किया था घटिया निर्माण का खुलासा: पुनः निर्माण के बाद ,कोठारी नदी का हाईलेवल ब्रिज लोड टेस्ट में पास, अब बनेगी अप्रोच रोड

भीलवाड़ा हलचल
कोठारी नदी पर केशव पोरवाल अस्पताल के पास बन रहा हाईलेवल ब्रिज—जो निर्माणाधीन अवस्था में ही 2 दिसंबर 2022 को छेद पड़ने से विवादों में आ गया था—अब लोड टेस्ट में पास हो गया है। यह रिपोर्ट एमएनआईटी जोधपुर के प्रोफेसर अजय शर्मा ने जारी की।
बड़ी बात यह कि सबसे पहले इस स्पान में हुई खामी का खुलासा भीलवाड़ा हलचल ने किया था, जिसके बाद तत्कालीन कलेक्टर आशीष मोदी ने जांच बैठाई और मामला गंभीरता से आगे बढ़ा।

लोड टेस्ट: 25-25 टन के 8 डंपर खड़े कर की गई जांच
ब्रिज की मरम्मत के बाद अहमदाबाद की एक विशेषज्ञ कंपनी ने इसका लोड टेस्ट किया।
स्पान पर 8 डंपर, प्रत्येक 25 टन, खड़े कर परीक्षण किया गया।
सभी स्पान सुरक्षित और सक्षम पाए गए।
मरम्मत कार्य एमबीएम यूनिवर्सिटी जोधपुर के प्रोफेसर डॉ. अजय शर्मा की देखरेख में पूरा हुआ।
अब यूआईटी बनाएगी दोनों ओर की अप्रोच रोड
लोड टेस्ट क्लियर होने के बाद यूआईटी ने घोषणा की—
करीब 3 करोड़ रुपये की लागत से दोनों तरफ अप्रोच रोड बनाई जाएगी।
काम पूरा होने में लगभग 6 महीने लगेंगे।
इसके बाद ब्रिज को आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा।
न्यू भीलवाड़ा का रास्ता अब खुलेगा
राज्य सरकार ने हाल ही में कोठारी नदी पार बहुउद्देशीय योजना के विकास के निर्देश दिए हैं।
यह हाईलेवल ब्रिज न्यू भीलवाड़ा की कनेक्टिविटी की मुख्य धुरी होगा।
ब्रिज से आगे नई सड़कें, आवासीय और वाणिज्यिक क्षेत्र विकसित किए जा सकेंगे।
शहर का विस्तार अब कोठारी नदी के पार तेजी से संभव होगा।
मरम्मत कैसे की गई? — विशेषज्ञों द्वारा अपनाई गई हाई-ग्रेड तकनीक
स्पान में आई खराबी को दूर करने के लिए पूरी प्रक्रिया तकनीकी निगरानी में की गई:
क्षतिग्रस्त हिस्से को हटाया गया।
सुरक्षा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त सरिए लगाए गए।
पूरी मरम्मत में M-45 ग्रेड कंक्रीट का उपयोग—जो मजबूती और टिकाऊपन के लिए जानी जाती है।
पूरे ब्रिज पर 2-2 इंच की अतिरिक्त कंक्रीट लेयर बिछाई गई, जिससे स्ट्रक्चर की स्थिरता और भविष्य की भार क्षमता और बढ़ी।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह अपग्रेड ब्रिज को अधिक भार सहन करने में सक्षम बनाएगा और इसकी लंबी उम्र सुनिश्चित करेगा।
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