बसों से लगेज कैरियर हटाने को लेकर अंतिम दिन उमड़ी भीड़, एक जनवरी से होगी कार्रवाई

भीलवाड़ा में बसों पर लगे लगेज कैरियर और चढ़ने की सीढ़ियां हटाने की समय सीमा खत्म होने से पहले बुधवार को बस संचालकों की भारी भीड़ देखने को मिली। परिवहन विभाग की सख्ती को देखते हुए बसों से अवैध कैरियर हटाने का काम तेज हो गया।
दरअसल, जिन बसों पर 31 दिसंबर के बाद भी कैरियर और सीढ़ियां लगी पाई जाएंगी, उनके खिलाफ परिवहन विभाग एक जनवरी से कार्रवाई शुरू करेगा। इसी डर से बस मालिक और चालक वर्कशॉपों में पहुंचकर कैरियर हटवा रहे हैं।
शहर के स्थित एक वर्कशॉप में निजी बसों से हटाए गए लगेज कैरियर बड़ी संख्या में एकत्रित नजर आए। जानकारी के अनुसार कई बस चालक इन कैरियर पर न सिर्फ सामान बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में यात्रियों को भी बैठा लेते थे। इससे बस का संतुलन बिगड़ जाता था और दुर्घटना का खतरा बना रहता था।
इन्हीं जोखिमों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने सड़क सुरक्षा अभियान के तहत सभी निजी और सरकारी बसों से छत पर लगे कैरियर और उन्हें चढ़ने के लिए बनी सीढ़ियां हटाने के निर्देश दिए थे। इसके लिए बस संचालकों को 31 दिसंबर तक का समय दिया गया था, ताकि वे स्वयं अपने स्तर पर यह कार्य पूरा कर सकें।परिवहन विभाग ने साफ किया है कि जो बसें तय समय तक कैरियर नहीं हटाएंगी, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
यात्रियों के लगेज पर सख्ती से बढ़ी परेशानी।
निजी बस संचालकों ने DTO को सौंपा ज्ञापन।
राजसमंद जिले में श्रीनाथ प्राइवेट बस ऑनर्स समिति के सदस्यों ने जिला परिवहन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और यात्रियों के लगेज पर विभाग द्वारा नए आदेश के अनुसार की जा रही सख्ती को हटाने की मांग की। ज्ञापन में बताया कि एक तरफा मोटर वाहन अधिनियम के तहत यात्रियों को प्रदत्त संवैधानिक अधिकार के विरोध में है। आदेश के अनुसार मोटर वाहन विधान के तहत पुर्व पंजीकृत वाहनों में स्वीकृत लगेज केरियर और सिद्धि को विलोपित किया जा रहा है लेकिन उसकी वैकल्पिक व्यवस्था क्या रहेगी इसका कोई हवाला नहीं दिया है। लेकिन यात्रियों के सामान को लेकर विभाग के नए आदेश में परेशानी बढ़ा दी है। इसके विरोध में निजी बस संचालकों ने ज्ञापन दिया।
