निजी स्कूलों से 7 दिन में विद्यार्थियों की संख्या अपडेट करने के निर्देश, 10वीं का परिणाम प्राथमिकता में रहेगा

भीलवाड़ा हलचल।
राजस्थान शिक्षा विभाग ने आगामी अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं की तैयारी तेज कर दी है। विभाग ने प्रश्न पत्रों के प्रकाशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन कई जिलों से अब तक विद्यार्थियों की संख्या का सही आंकड़ा नहीं मिला है।
इसी कारण डीईओ (पीएसपी) माध्यमिक शिक्षा ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि वे 7 दिन के भीतर निजी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की संख्या पीएसपी पोर्टल पर संबंधित मॉड्यूल में अपडेट करें।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, कुछ जिलों से छात्रों की संख्या की रिपोर्ट लंबित है, जिससे प्रश्न पत्रों की छपाई व वितरण में विलंब की संभावना है। इसलिए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
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🎯 10वीं बोर्ड परिणाम को दी जाएगी प्राथमिकता
विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि नया शैक्षणिक सत्र 1 अप्रैल से शुरू करने की योजना है। इसके लिए
10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 12 फरवरी से 11 मार्च तक,
तथा प्रायोगिक परीक्षाएं 15 जनवरी से शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
शिक्षा विभाग ने यह भी कहा है कि 10वीं कक्षा के बोर्ड परीक्षा परिणाम को प्राथमिकता के साथ 30 अप्रैल तक जारी किया जाए ताकि विद्यार्थियों का अगला सत्र समय पर शुरू हो सके।
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📚 पाठ्यक्रम में हो सकती है कटौती
इस बार वार्षिक परीक्षाएं अप्रैल के बजाय मार्च में आयोजित करने की तैयारी है। ऐसे में पाठ्यक्रम में कुछ कटौती की जा सकती है।
विभाग का कहना है कि अर्द्धवार्षिक परीक्षा के बाद दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
हालांकि, 10वीं और 12वीं कक्षाओं की अर्द्धवार्षिक परीक्षा में 100% कोर्स से ही प्रश्न पूछे जाएंगे। इन कक्षाओं के कोर्स में किसी भी प्रकार की कटौती नहीं की जाएगी।
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📌 मुख्य बातें
विभाग ने प्रश्न पत्र छपाई की प्रक्रिया शुरू की।
निजी स्कूलों को 7 दिन में विद्यार्थियों का डेटा अपडेट करने के निर्देश।
बोर्ड परीक्षा: 12 फरवरी से 11 मार्च तक।
प्रायोगिक परीक्षा: 15 जनवरी से शुरू।
परिणाम: 10वीं को प्राथमिकता देते हुए 30 अप्रैल तक जारी।
वार्षिक परीक्षा मार्च में, पाठ्यक्रम में आ सकती है कटौती।
