भारत विकास परिषद विवेकानंद का बाल संस्कार शिविर 9 से

भीलवाड़ा । भारत विकास परिषद की विवेकानंद इकाई बच्चों में भारतीय संस्कृति और संस्कारों का बीजारोपण करने के उद्देश्य से एक विशेष 'बाल संस्कार शिविर' का आयोजन कर रही है। यह महत्वपूर्ण शिविर 9 जून सोमवार से शुरू होकर 15 जून रविवार तक चलेगा और इसका आयोजन आदर्श विद्या मंदिर, घुमन्तु छात्रावास, डालड़ा मील के सामने, अंबेडकर नगर, राजस्थान कमर्शियल हाउस के पास वाली गली में किया जाएगा। शाखा अध्यक्ष गिरीश अग्रवाल ने बताया कि भारत विकास परिषद एक ऐसा समर्पित संगठन है जो संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा और समर्पण के माध्यम से भारतीय संस्कृति की रक्षा, जनमानस की सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। आज के समय में, जब परिवारों, विद्यालयों और समाज में संस्कारों की शिक्षा का अभाव देखा जा रहा है, परिषद का मानना है कि बच्चों को सही दिशा देना अत्यंत आवश्यक है। बालक को गीली मिट्टी के समान मानते हुए, जिसे जैसा ढाला जाए वह वैसा ही आकार ले लेता है, यह शिविर बच्चों के भविष्य को गढ़ने पर केंद्रित है। टेलीविजन, चलचित्रों और मोबाइल जैसे माध्यमों के बढ़ते प्रभाव से उत्पन्न दूषित वातावरण परिवारों में संघर्ष बढ़ा रहा है और सुख-शांति को नष्ट कर रहा है। इन चुनौतियों का एकमात्र समाधान नित्य सुसंस्कारों का सिंचन है, जो समाज और परिवार को सुखी बनाने का मंत्र है। इसी विचार के साथ, यह शिविर बच्चों को सुसंस्कार प्रदान करने के लिए समर्पित है।
शिविर में बच्चों के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिसमें प्रार्थना/हवन, सूर्य नमस्कार, नियुद (बिना हथियार के आत्मरक्षा), संस्कार कथा कहानी, भारतीय जन्मदिन विधि, अपनी बात मन की बात (बच्चों के लिए अभिव्यक्ति का मंच), आहार वार्ता, आनंद मेला, स्वास्थ्य वार्ता, दौड़ - व्यायाम, प्राणायाम, राष्ट्र भक्ति/निष्ठा से संबंधित कार्यक्रम और मैदानी खेल-कूद प्रशिक्षण जैसी विविध गतिविधियां शामिल होंगी। शिविर में भाग लेने वाले बच्चों को ढीले और शुभ वस्त्र पहनकर आना होगा, साथ ही उन्हें सिर पर तिलक लगाकर भेजना अनिवार्य है। लेखन सामग्री साथ लानी होगी, लेकिन किसी भी बहुमूल्य वस्तु को साथ लाने से बचें। शिविरार्थियों के अल्पाहार की व्यवस्था शिविर स्थल पर ही की जाएगी। यह माता-पिता के लिए एक सुनहरा अवसर है कि वे अपने बालक-बालिकाओं को इस महत्वपूर्ण शिविर में अवश्य शामिल करें। भारत विकास परिषद विवेकानंद इकाई यह विश्वास दिलाती है कि इस शिविर के पश्चात आप अपने बालक के व्यक्तित्व में निश्चित रूप से सकारात्मक निर्माण पाएंगे।