भारत को जानने के लिए 91 हजार विद्यार्थियों ने चलाई कलम

भारत को जानने के लिए 91 हजार विद्यार्थियों ने चलाई कलम
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भीलवाड़ा। भारत विकास परिषद सकारात्मक सोच के साथ अनेक गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों तक अपने पैर पसारने का कार्य कर रही है। संस्कार प्रकल्प के तहत विद्यालयों में ओएमआर शीट के माध्यम से दूसरी बार भारत को जानो परीक्षा कराई गई है। भारत विकास परिषद का उदेश्य है की आगामी पीढ़ी हर तरह से संस्कारी हो। परिषद के राजस्थान मध्य प्रांत भीलवाड़ा, राजसंमद, शाहपुरा, केकड़ी ब्यावर इन 6 जिलों की 40 शाखाओं के माध्यम से 91 हजार विद्यार्थियों ने भारत को जानो लिखित प्रतियोगिता में भाग लिया।

समर्पण के भाव से जागरूत करने का भाव और बच्चों में जिज्ञासा बनी रहे। प्राचीन संस्कृति, धर्म, इतिहास, भूगोल, विज्ञान, संतो, ऋषियों, महापुरुषों के साथ प्राकृतिक सम्पदा को तकनीकी उद्योगो की जानकारी के 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्न बनाए। भारत को जानो के प्रथम चरण की लिखित प्रतियोगिता में विद्यार्थियों को दो वर्गों विभाजित किया गया, जिसमे पहला कनिष्ठ वर्ग (कक्षा 6 से 8 तक) और और दूसरा वरिष्ठ वर्ग (कक्षा 9 से 12) रहा । रामायण, महाभारत सहित भारत देश से जुड़ी सांस्कृतिक, राजनीतिक, ऐतिहासिक, भौगोलिक, एवम खेलकूद आदि से जुड़ी सभी प्रमुख जानकारियों पर यह परीक्षा हिन्दी व अंग्रेजी माध्यम से हुई।

परीक्षा में प्रथम, द्वितीय व थर्ड आने वाले कौन बनेगा करोड़पति की तर्ज पर होने वाली परीक्षा में भाग लेंगे। दूसरा वरिष्ठ वर्ग (कक्षा 9 से 12) होगा। रामायण, महाभारत सहित भारत देश से जुड़ी सांस्कृतिक, राजनीतिक, ऐतिहासिक, भौगोलिक, एवम खेलकूद आदि से जुड़ी सभी प्रमुख जानकारियों पर यह परीक्षा आधारित है। यह परीक्षा हिन्दी व अंग्रेजी माध्यम से होती है। परीक्षा में प्रथम, द्वितीय व थर्ड आने वाले कौन बनेगा करोड़पति की तर्ज पर होने वाली परीक्षा में भाग लेंगे।

प्रांतीय महासचिव आनंद सिंह राठौड़ के निर्देशन में इस परीक्षा को लेकर प्रांतीय प्रकल्प प्रभारी हरीश बेरी, परीक्षित नामधर, अमित सोनी, पंकज अग्रवाल, श्याम कुमावत आदि जुटे हुए हैं। इस मौके पर प्रांतीय अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी ने घोषणा की की परीक्षा की आयोजन के बाद विद्यालय में जरूरत की पुस्तक उपलब्ध कराई जाएगी। भामाशाहों के सहयोग से भारत को जानो पुस्तकों की ओर प्रतियाँ मंगाकर शाखाओ के माध्यम से वितरित की जाएगी। परिषद का उद्देश्य है कि शस्त्र और शास्त्र की तरह भारत को जानो पुस्तक भी हर घर में हो।

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