भीलवाड़ा में जलभराव से राहत दिलाएगा ड्रेनेज प्लान, IIT खड़गपुर के एक्सपर्ट करेंगे सर्वे

भीलवाड़ा। बारिश के दौरान भीलवाड़ा शहर में जलभराव की गंभीर समस्या से निपटने के लिए नगर विकास न्यास (यूआईटी) ने बड़ा कदम उठाया है। शहर का पहला वैज्ञानिक ड्रेनेज प्लान तैयार किया जाएगा, जिसमें IIT खड़गपुर के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी। इस योजना पर लगभग 2.44 करोड़ रुपए** खर्च होने का अनुमान है।

यूआईटी ने इस कार्य के लिए प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति प्राप्त कर ली है। अब प्रस्ताव नगरीय विकास विभाग को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने के बाद इस पर काम शुरू होगा।

बारिश में बिगड़ता है भीलवाड़ा का हाल

मानसून के दौरान थोड़ी सी बारिश में भी शहर के कई इलाकों में जलभराव हो जाता है। **6 सितंबर 2025** को भी विजय सिंह पथिक नगर, शास्त्रीनगर, नेहरू रोड और सांगानेरी गेट सहित कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे।

इस पर संज्ञान लेते हुए जिला कलेक्टर एवं यूआईटी अध्यक्ष जसमीत सिंह संधू ने यूआईटी अधिकारियों को समस्या का स्थायी समाधान ढूंढने के निर्देश दिए।

पूरे 120 वर्गकिमी क्षेत्र का बनेगा प्लान

वर्तमान में भीलवाड़ा शहर के पास कोई व्यवस्थित ड्रेनेज योजना नहीं है। यूआईटी ने निर्णय लिया है कि नगर निगम क्षेत्र के लगभग 120 वर्गकिमी क्षेत्र के लिए ड्रेनेज प्लान तैयार कराया जाएगा। इसमें उप नगर पुर और सांगानेर भी शामिल रहेंगे।

IIT खड़गपुर से लिया जाएगा तकनीकी सहयोग

यूआईटी ने इस कार्य के लिए IIT खड़गपुर को प्रस्ताव भेजा था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। कंसल्टेंसी फीस के रूप में लगभग 1.95 करोड़ रुपए तय की गई है। इस पर 18 प्रतिशत GST और अन्य खर्च जोड़ने के बाद कुल अनुमानित लागत 2.44 करोड़ रुपए पहुंची है।

स्वीकृति मिलने के बाद IIT खड़गपुर के एक्सपर्ट्स शहर का विस्तृत सर्वे करेंगे। इसमें मानसरोवर झील, नेहरू तलाई, गांधीसागर, और अन्य कैचमेंट एरिया सहित ड्रेनेज नालों का भी अध्ययन किया जाएगा।

भविष्य की योजना का आधार बनेगा ड्रेनेज प्लान

तैयार होने वाला ड्रेनेज प्लान शहर के लिए भविष्य में जल निकासी संबंधी सभी योजनाओं की नींव बनेगा। इसके जरिए बरसात के पानी की योजनाबद्ध और प्रभावी निकासी सुनिश्चित की जा सकेगी।

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